Edited By vasudha,Updated: 21 Sep, 2020 02:08 PM
कृषि संबंधी विधेयकों के राज्यसभा में पारित होने के बाद से देश का माहौल गरमा गया है। संसद से लेकर सड़कों तक विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार इस बिल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हुए मोदी सरकार पर...
नेशनल डेस्क: कृषि संबंधी विधेयकों के राज्यसभा में पारित होने के बाद से देश का माहौल गरमा गया है। संसद से लेकर सड़कों तक विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार इस बिल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला।
राहुल गांधी ने सोमवार को अपने ट्वीट में लिखा कि लोकतांत्रिक भारत की आवाज़ दबाना जारी : शुरुआत में उन्हें चुप किया गया, और बाद में काले कृषि कानूनों को लेकर किसानों की चिंताओं की तरफ से मुंह फेरकर संसद में सांसदों को निलंबित किया गया। राहुल गांधी ने लिखा कि इस 'सर्वज्ञ' सरकार के अंतहीन अहंकार ने पूरे देश के लिए आर्थिक संकट ला दिया है।
वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने संसद में कृषि संबंधी विधेयकों के पारित होने के बाद आरोप लगाया कि सरकार ने इन विधेयकों के रूप में किसानों के खिलाफ ‘मौत का फरमान' निकाला है। उन्होंने ट्वीट किया कि जो किसान धरती से सोना उगाता है, मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आंसू रुलाता है। राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फरमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है।