Edited By vasudha,Updated: 19 Jun, 2018 08:08 PM
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के बाद राजनीति गरमा गई है। जहां भाजपा और पीडीपी में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है तां वहीं कांग्रेस ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला है...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के बाद राजनीति गरमा गई है। जहां भाजपा और पीडीपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है तो वहीं कांग्रेस ने भी दोनों पार्टियों पर हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने आज आरोप लगाया कि इन दोनों पार्टियों के अवसरवादी गठबंधन ने राज्य को आग में झोंक दिया जिससे निर्दोष लोगों और सैनिकों को जान गंवानी पड़ी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर दावा किया कि राज्य में इस गठबंधन सरकार की वजह से भारत को सामरिक रूप से नुकसान पहुंचा है और संप्रग सरकार के समय हुई सारी मेहनत पर पानी फिर गया। उन्होंने कहा कि भाजपा और पीडीपी गठबंधन ने जम्मू-कश्मीर को आग में झोंक दिया जिसमें निर्दोष लोग और हमारे बहादुर जवानों की जान चली गयी। इससे भारत को सामरिक रूप से नुकसान हुआ है और संप्रग सरकार की वर्षों की कड़ी मेहनत पर पानी फिर गया। राहुल ने कहा कि राष्ट्रपति शासन में नुकसान जारी रहेगा। अहंकार, अक्षमता और घृणा हमेशा विफल होती है।
वहीं भाजपा के इस ऐलान के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि पीडीपी के साथ कांग्रेस के सरकार बनाने का सवाल ही नहीं उठता। लेकिन भाजपा पीडीपी सरकार के सिर पर सारी तोहमत मढ़कर भाग नहीं सकती है। इस सरकार में सबसे ज्यादा जवान शहीद हुए। सबसे ज्यादा आतंकी हमले हुए और सीजफायर वॉयलेशन हुआ। पीडीपी नेता रफी अहमद मीर ने कहा कि भाजपा के इस फैसले से हमें आश्चर्य हुआ। हमें इस तरह के कोई संकेत नहीं मिले थे।
बता दें कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। अमित शाह ने आज ही दिल्ली में राज्य के सभी बड़े पार्टी नेताओं के साथ बैठक की, जिसके बाद भाजपा ने समर्थन वापस लेने का फैसला किया है। महबूबा मुफ्ती ने भाजपा के ऐलान के बाद राज्यपाल एनएन वोहरा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।