Edited By vasudha,Updated: 15 Sep, 2020 10:36 AM
प्रवासी मजदूरों को लेकर एक बार फिर देश की राजनीति गरमा गई है। लॉकडाउन के दौरान जान गंवाने वाले प्रवासी मजदूरों का आंकड़ा न रखने को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में सरकार को आड़े...
नेशनल डेस्क: प्रवासी मजदूरों को लेकर एक बार फिर देश की राजनीति गरमा गई है। लॉकडाउन के दौरान जान गंवाने वाले प्रवासी मजदूरों का आंकड़ा न रखने को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में सरकार को आड़े हाथों लिया है।
राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा कि मोदी सरकार नहीं जानती कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मज़दूर मरे और कितनी नौकरियां गई। तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हां मगर दुख है सरकार पे असर ना हुई, उनका मरना देखा ज़माने ने, एक मोदी सरकार है जिसे ख़बर ना हुई।
दरअसल मानसून सत्र के पहले दिन सरकार से पूछा गया था कि कोरोनावायरस लॉकडाउन के चलते कितने प्रवासी मजदूरों की जान गई। इस पर सरकार की ओर से कहा गया कि उसके पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है जो बता सके कि इस दौरान कितने प्रवासी मजदूरों की मौत हुई। सरकार की ओर से ये भी जवाब दिया गया कि लॉकडाउन में करीब 80 करोड़ लोगों को अतिरिक्त राशन दिया गया है, ये प्रक्रिया नवंबर तक जारी रहेगी।