Edited By vasudha,Updated: 24 Nov, 2020 11:10 AM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तंज कसते हुए आज फिर कहा कि यह ‘‘सूट बूट की सरकार'''' है और पूंजीपतियों के हितों को सुरक्षित करने में लगी हुई है...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तंज कसते हुए आज फिर कहा कि यह ‘‘सूट बूट की सरकार'' है और पूंजीपतियों के हितों को सुरक्षित करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए व्यवस्थित तरीके से तथा धीरे-धीरे काम कर रही है।
पूंजीपतियों का हित साधने में जुटी सरकार: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार का मकसद सिर्फ पूंजीपतियों के हित साधने और उनके फायदे के लिए काम करना है। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा कि सरकार जिस तरह से काम कर रही है वह क्रोनोलॉजी समझिए : पहले कुछ बड़ी कंपनियों का कर्ज माफ किया। फिर कंपनियों के बड़े स्तर पर टैक्स में छूट दी। अब इन्हीं कंपनियों द्वारा स्थापित बैंकों में जनता की कमाई सीधे जमा करने की तैयारी कर रही है सूट बूट की सरकार।
राहुल गांधी ने जारी की एक खबर
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने एक खबर को पोस्ट की है जिसमें रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन तथा प्रसिद्ध अर्थशास्त्री विरल आचार्य ने भारतीय कारपोरेट घरानों को बैंक स्थापित करने की सिफारिश संबंधी खबर को गलत आइडिया बताया है। दरअसल आरबीआई ने ऐसे गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों (एनबीएफसी) को बैंकिंग लाइसेंस देने की वकालत की है, जिनका असेट 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है और जिनका कम से कम 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड है और साथ ही बड़े औद्योगिक घरानों को भी बैंक चलाने की अनुमति दी जा सकती है।