Edited By Yaspal,Updated: 02 Jan, 2019 09:27 PM
राफेल डील पर सामने आए ऑडियो टेप को लेकर राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि रणदीप सूरजेवाला ने एक ऑडियो टेप प्ले किया...
नेशनल डेस्कः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राफेल मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा और कहा कि उन्हें इस बारे में सच्चाई के साथ जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वित्त अरूण जेटली ने उनका जो बचाव किया वो ‘खोखला’ था। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे की कथित बातचीत वाला ऑडियो का हवाला देते हुए गांधी ने सवाल किया कि आखिर पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर र्पिरकर के पास कौन सी फाइलें हैं?
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरते हुए पांच सवाल पूछे:
- PM बताएं राफेल की कीमत बढ़ाने का किसका फैसला था?
- अनुभवी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट क्यों नहीं दिया गया?
- अनिल अंबानी को ठेका क्यों दिया गया?
- राफेल सस्ता खरीद रहे हैं तो 126 विमान क्यों नहीं खऱीदे?
- राफेल के दाम 526 करोड़ से बढ़ाकर 1600 करोड़ किसने किया?
पर्रिकर मोदी कर रहे मोदी को ब्लैकमलः राहुल गांधी
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऑडियो टेप में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री साफ कह रहे हैं कि पर्रिकर जी ने कैबिनेट बैठक में बोला कि मेरे पास राफेल फाइल है और पूरी जानकारी है और मुझे कोई परेशान नहीं कर सकता है। हो सकता है कि इस तरह के और टेप हों। पर्रिकर एक तरह से प्रधानमंत्री को धमकी दे रहे थे, ब्लैकमेल कर रहे हैं। सवाल यह है कि पर्रिकर जी के शयनकक्ष में क्या जानकारी है, क्या फाइलें हैं और इसका असर मोदी जी पर क्या होगा?’’
मोदी ने अनिल अंबानी को पहुंचाया फायादा
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मोदी ने विमान की कीमत 1600 करोड़ रुपए कराया। ओलांद से कहा कि डबल ए (अनिल अंबानी) को कांट्रैक्ट को दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं और हिंदुस्तान के किसानों से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए चोरी करके सबसे अमीर लोगों का कर्जा माफ किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संसद में वो व्यक्ति नहीं खड़े हुए जिन्होंने सौदा बदलवाले का फैसला किया। लेकिन जेटली जी उनका बचाव कर रहे हैं जो खोखला है। वह छिप नहीं सकते।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ जेटली जी झूठी बातें करते रहे हैं। चौकीदार चोर है। जेपीसी की जांच कराइए और देखिए क्या आता है। जैसे जांच होगी दो नाम आएंगे।’’ राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस मामले में सच्चाई और विश्वसनीयता के साथ जवाब दें।