Edited By Harman Kaur,Updated: 08 Sep, 2024 05:05 PM
हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहलवान विनेश फोगाट के उम्मीदवार बनने पर संदेह पैदा हो गया है। रेलवे ने अभी तक विनेश और पहलवान बजरंग पूनिया का इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है। चुनाव लड़ने के लिए विनेश को रेलवे से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी)...
नेशनल डेस्क: हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहलवान विनेश फोगाट के उम्मीदवार बनने पर संदेह पैदा हो गया है। रेलवे ने अभी तक विनेश और पहलवान बजरंग पूनिया का इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है। चुनाव लड़ने के लिए विनेश को रेलवे से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करना आवश्यक होगा।
रेलवे के नियमों के अनुसार, नौकरी छोड़ने के लिए तीन महीने पहले नोटिस देना अनिवार्य होता है। अगर रेलवे एनओसी नहीं देता है और 12 सितंबर तक नामांकन की अंतिम तारीख तक यह समस्या हल नहीं होती है, तो विनेश चुनाव में नहीं उतर सकेंगी। विनेश को कांग्रेस पार्टी ने जुलाना विधानसभा से टिकट दिया है। वहीं, बजरंग पूनिया को राष्ट्रीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वे रेलवे में खेल विभाग के अधिकारी पद पर हैं।
रेलवे में इस्तीफा स्वीकार करने के बाद भी आमतौर पर रेलवे दोबारा विचार करने का समय देता है, जिससे इस्तीफा वापस लेने का अवसर मिलता है। इस स्थिति में इस्तीफा तुरंत स्वीकार नहीं हो सकता है। रेलवे बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, विनेश और बजरंग को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद 6 सितंबर को दोनों पहलवानों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
एनओसी देने में अनिच्छा जाहिर कर रहा रेलवे
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस्तीफे का कारण व्यक्तिगत बताया गया है, जबकि असल में उनकी राजनीतिक गतिविधियां सामने आई हैं। शनिवार और रविवार की छुट्टी के कारण दोनों पहलवानों का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, रेलवे एनओसी देने में अनिच्छा जाहिर कर रहा है। चुनाव आयोग भी नामांकन के लिए एनओसी की मांग करेगा। इसलिए, विनेश का चुनावी मैदान में उतरना अब मुश्किल नजर आ रहा है।