Edited By Yaspal,Updated: 22 May, 2020 11:08 PM
रेलवे ने कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के लिए आइशोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील किए गए अपने 5200 डिब्बों में से 60 फीसदी का श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए उपयोग करने का निर्णय किया है। अधिकारियों ने बताया कि वैसे तो इन गैर एसी डिब्बों को...
नई दिल्लीः रेलवे ने कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के लिए आइसोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील किए गए अपने 5200 डिब्बों में से 60 फीसदी का श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए उपयोग करने का निर्णय किया है।
अधिकारियों ने बताया कि वैसे तो इन गैर एसी डिब्बों को फिर सामान्य डिब्बे में नहीं बदला जाएगा लेकिन उनका उपयोग किया जाएगा क्योंकि वे इसी सेवा के लिए हैं। उन्होंने बताया कि चूंकि ये डिब्बे आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किए जाने के बाद यूं ही पड़े हुए हैं और उन्हें भी तैनात किया जाना बाकी है, ऐसे में रेलवे ने प्रवासी स्पेशल सेवाओं के लिए उनका उपयोग करने का निर्णय लिया है।
21 मई को जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘ बोर्ड चाहता है कि कोविड-19 मामलों में सहयोग के लिए निर्धारित किये गए डिब्बों में से 60 फीसदी यानी 3120 डिब्बों का रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए उपयोग करे। बोर्ड ने इसकी अनुमति दी है।''
आइसोलेशन वार्ड बनाते समय इन डिब्बों से बीच का बर्थ हटा दिया गया था और नीचे के हिस्से को प्लाइवुड से जोड़ दिया गया था। बीच का बर्थ नहीं होने से इन डिब्बों वाली ट्रेनों में कम यात्री होंगे। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के दौरान इन डिब्बों में ऑक्सीजन टैंक, वेंटीलेटर और अन्य मेडिकल उपकरण हटा दिए जायेंगे।