Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Aug, 2019 02:34 PM
देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है।
नेशनल डेस्कः देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के आराकोट तथा आसपास के क्षेत्र में रविवार को बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है जबकि कई लापता हैं। वहीं देवभूमि हिमाचल में भी बारिश ने रौद्र रूप लिया हुआ है।
दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बनी हुई। आधे हिंदुस्तान में आया सैलाब कई जिदंगियां अपने साथ बहाकर ले गया। कहीं सड़कों पर गाड़ियां तैरती दिखी तो कई लोग पानी के सैलाब को पार करते हुए जद्दोजहद करते हुए नजर आए।
उत्तराकाशी में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गए थे। वहीं हिमाचल प्रदेश में बारिश संबंधी घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को कांगड़ा के नूरपुर और सोलन के नालागढ़ उपमंडलों में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बुला लिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नौ व्यक्तियों की मौत शिमला में जबकि सोलन में पांच, कुल्लू, सिरमौर और चंबा में दो-दो व्यक्तियों की और ऊना तथा लाहौल-स्पीति जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं हरियाणा के यमुनानगर में भी बाढ़ के खतरे को देखते हुए यमुना नदी से सटे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।