Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Aug, 2020 03:24 PM
राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार सुबह मूसलाधार बारिश से सड़कों पर पानी भर गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सुबह करीब 5 बजे शुरु हुई बारिश दोपहर करीब 12 बजे तक जमकर बरसी और शहर में पानी-पानी कर दिया। इससे शहर के निचले इलाकों में दो-तीन फुट तक...
नेशनल डेस्क: राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार सुबह मूसलाधार बारिश से सड़कों पर पानी भर गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सुबह करीब 5 बजे शुरु हुई बारिश दोपहर करीब 12 बजे तक जमकर बरसी और शहर में पानी-पानी कर दिया। इससे शहर के निचले इलाकों में दो-तीन फुट तक पानी भर गया और सड़कें दरिया बन गईं। मूसलाधार बारिश के कारण कई लोग अपने घर से नहीं निकल पाए और जो निकले वे जगह जगह भरे पानी में फंस गए।
विधानसभा सत्र पर बारिश का साया
राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारी बारिश का असर विधानसभा सत्र पर भी पड़ा है। दरअसल, गहलोत खेमे के विधायक सत्र में हिस्सा लेने के लिए फेयरमांट होटल से दो बसों में सवार होकर रवाना हुए थे लेकिन भारी बारिश के जयपुर की सड़क पर दोनों बसें फंस गईं, इससे अनेक विधायक समय पर सदन में नहीं पहुंच पाए। विधायकों के समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण विधानसभा सत्र की कार्रवाई दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
कई इलाके जलमग्न, पानी में डूबीं कारें
कई वाहन खराब होकर सड़क पर खड़े नजर आए। शहर के चारदीवारी में चौड़ा रास्ता, चांदपौल सहित कई इलाके पानी से जलमग्न हो गए जिसमें कारें एवं अन्य वाहन डूबे नजर आए। शहर में RTO ऑफिस, रोडवेज मुख्यालय, रेलवे DRM ऑफिस, खासा कोठी, सकिर्ट हाउस, हाथी गांव, जल महल के सामने का क्षेत्र, मालवीयनगर, मानसरोवर, अजमेर रोड़, सीकर रोड़, चौमू पुलिया, झोटवाड़ा में खातीपुरा पुलिया के पास एवं कुमावत कॉलोनी सित कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। इससे वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं और यातायात प्रभावित हुआ।
मूसलाधार बारिश के कारण झोंटवाड़ा क्षेत्र की कुमावत कॉलोनी एवं खातीपुरा पुलिया के पास न्यू कॉलोनी में कई कई घरों में पानी घुस गया। इससे लोगों को काफी परेशानी हुई। इसी तरह कई कार्यालयों में बरसात का पानी घुस गया है। सुबह से दोपहर तक बरसात के जारी रहने से लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा जहां मौका मिला वहां खड़े रहकर अपने को बारिश से बचाया। बारिश के चलते जयपुर प्रशासन ने आपात नंबर जारी किये तथा टीमें बनाकर बचाव अभियान शुरु किया गया। निचले इलाकों में भरे पानी में फंसे लोगों की मदद की जा रही है।