भाजपा ने कहा- राजस्थान में 2023 के चुनाव का करेंगे इंतजार, कांग्रेस का सत्ता से बाहर जाना तय

Edited By Anil dev,Updated: 29 Sep, 2022 01:20 PM

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राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश के आरोप जड़ने शुरू कर दिए हैं। राज्य के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आरोप लगाया है कि ईडी, आयकर विभाग, सीबीआई अधिकारी राजस्थान में बैठे हैं

नेशनल डेस्क: राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश के आरोप जड़ने शुरू कर दिए हैं। राज्य के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आरोप लगाया है कि ईडी, आयकर विभाग, सीबीआई अधिकारी राजस्थान में बैठे हैं, भाजपा फिर राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश में लगी है। हालांकि भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि कांग्रेस का यह आंतरिक मसला है। भाजपा ने कहा कि 2020 में भी भाजपा पर इस तरह के आरोप लगाए गए थे, जबकि भाजपा 2023 के चुनाव का इंतजार करेगी और कांग्रेस का सत्ता से बाहर जाना तय है।

राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह बहुत पुरानी है, अगर आप 2018 से ठीक पहले की पृष्ठभूमि देखें तो कांग्रेस की सरकार बनने से पहले सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष थे और अशोक गहलोत सिर्फ एक वरिष्ठ नेता थे। उस समय सस्पेंस बना हुआ था कि मुख्यमंत्री कौन होगा, और जब गहलोत ने शपथ ली, तब भी राजभवन में दो सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के जयकारे लगे थे। पूनिया कहते हैं कि हम बहुत स्पष्ट हैं, हम 2023 के चुनावों की प्रतीक्षा करेंगे। हमारे पास एक साल बचा है और हम चुनाव की तैयारी में हैं।

भाजपा अध्यक्ष कहते हैं कि जब सरकार ने कैबिनेट बनाई तो सचिवालय में मंत्रियों के कार्यालय स्थान आवंटन को लेकर लड़ाई-झगड़ा हुआ। फिर जुलाई 2020 की घटनाएं सामने आईं आईं, जब सचिन पायलट खेमे ने खुलेआम विद्रोह कर दिया और पूरी सरकार को 50 दिनों के लिए रिसॉर्ट्स में बंद कर दिया गया। चार साल तक कांग्रेस आलाकमान ने राज्य में कांग्रेस के बिखराव को सुधारने की कोशिश नहीं की। जो हुआ है वह कांग्रेस के भीतर आंतरिक अंतर्विरोधों की अभिव्यक्ति है, और यह जल्द ही कभी भी कम नहीं होगा। पार्टी की सरकार केवल दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में है और राजस्थान जैसे बड़े राज्य को संभालने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बजाए उन्हें अपनी पार्टी को एक साथ लाने की जरूरत है।

पूनिया कहते हैं कि मुझे देश में अभी तक किसी विशेष सरकार के खिलाफ और अधिक सत्ता विरोधी लहर नहीं दिख रही है जैसा कि मैंने राजस्थान में वर्तमान सरकार के खिलाफ देखा है। कांग्रेस अगला चुनाव हारेगी और मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस अंतिम पड़ाव की ओर जा रही है। राजस्थान में हमेशा दो दलीय व्यवस्था रही है, इसलिए बदलाव होता है तो निश्चित रूप से दूसरा ही कांग्रेस की जगह लेगा। सचिन पायलट के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में भाजपा अध्यक्ष कहते हैं कि राजनीति फिल्मों और क्रिकेट की तरह  संभावनाओं से भरी है। आगे क्या होगा कहा नहीं जा सकता। इसलिए सचिन पायलट को तय करना होगा कि वह अपना भविष्य किस दिशा में ले जाते हैं।

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