Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Jun, 2022 04:37 PM
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को ''अग्निपथ भर्ती योजना'' (Agnipath recruitment scheme) का ऐलान किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की सेनाओं पर अग्निपथ स्कीम लागू होगी।
नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को 'अग्निपथ भर्ती योजना' (Agnipath recruitment scheme) का ऐलान किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की सेनाओं पर अग्निपथ स्कीम लागू होगी। राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे देश के उन युवाओं का सपना पूरा होगा जो सेना में भर्ती होना चाहते हैं। सिंह ने कहा कि अग्निपथ स्कीम से रोजगार बढ़ेगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत, भारतीय युवाओं को सशस्त्र बलों में 'अग्निवीर' के रूप में सेवा करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अग्निपथ भर्ती योजना क्रांतिकारी पहल है। भारत की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अग्निपथ योजना लाई गई है।
क्या है अग्निपथ स्कीम
अग्निपथ स्कीम के तहत युवाओं को तीन साल की अवधि के लिए सेना में शामिल किया जाएगा और युवा देश सेवा करेंगे। अग्निपथ स्कीम लागू करने से पहले तीनों सेनाओं के चीफ यानि थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस योजना का प्रेजेंटेशन भी दिया था।
सेना में युवा कम समय के लिए भर्ती हो सकेंगे
अग्निपथ एंट्री स्कीम के तहत सैनिकों को अग्निवीर के रूप में जाना जाएगा, जिसके बाद रक्षा बलों के पास उनमें से कुछ को सेवा में रखने का विकल्प होगा। इस स्कीम के तहत देश की तीनों सेनाओं- थल सेना, वायु सेना और नौसेना में नए रूप में प्रवेश लेने का अवसर मिलेगा। इस योजना के तहत तीन-चार साल के अंत में, अधिकांश सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा और उन्हें आगे के रोजगार के अवसरों के लिए सशस्त्र बलों से सहायता मिलेगी। कॉरपोरेट कंपनियां ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं के लिए नौकरी आरक्षित करने में दिलचस्पी दिखा रही हैं। इसके अलावा सेना में 25 फीसदी जवान बने रह पाएंगे जो निपुण और सक्षम होंगे। हालांकि, ये भी तभी संभव रहेगा अगर उस समय सेना में भर्तियां निकलीं हों। इस प्रोजेक्ट की वजह सेना को करोड़ों रुपए की बचत भी हो सकती है। एक तरफ पेंशन कम लोगों को देनी पड़ेगी तो वहीं दूसरी तरफ वेतन में भी बचत हो जाएगी।
कॉरपोरेट कंपनियों में काम कर सकेंगे युवा
अग्निवीरों के बीच से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को सेना में रखा जाएगा और बाकी को नागरिक नौकरियों के लिए छोड़ने का विकल्प मिलेगा। सैन्य प्रशिक्षित युवाओं को नौकरी पर रखने के लिए कॉरपोरेट घराने अभी से सरकार के संपर्क में हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक वर्तमान में रक्षा बलों में 1.25 लाख रिक्तियां उपलब्ध हैं।