Edited By vasudha,Updated: 26 Jul, 2019 03:44 PM
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सदन को सूचित किया कि संसद के बजट सत्र की अवधि सात अगस्त तक बढ़ा दी गई है ताकि आवश्यक सरकारी विधायी कामकाज संपन्न हो सके...
नेशनल डेस्क: राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सदन को सूचित किया कि संसद के बजट सत्र की अवधि सात अगस्त तक बढ़ा दी गई है ताकि आवश्यक सरकारी विधायी कामकाज संपन्न हो सके। पूर्व में सत्र की अवधि 26 जुलाई अर्थात आज तक ही थी। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति ने कहा कि सदन की बैठक सात अगस्त तक बढ़ा दी गई है।
नायडू ने कहा कि सत्र की इस बढ़ी हुई अवधि के दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा। सत्र की बढ़ी हुई अवधि के लिए सरकार के एजेंडे की जानकारी देते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) को रोकने के लिए ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019', कंपनी (संशोधन) विधेयक 2019, मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक 2019 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन विधेयक 2019 सहित अन्य विधेयकों को सदन में पेश किया जाएगा।
‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019' को कल लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है। तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सुझाव दिया कि सत्र की बढ़ाई गई अवधि में प्रश्नकाल नहीं होगा इसलिए शून्यकाल का समय बढ़ाया जाना चाहिए। शून्यकाल का समय 11 बज से 12 बजे के बजाय हर दिन 11 बजे से एक बजे तक कर दिया जाना चाहिए ताकि सदस्य ज्यादा से ज्यादा मुद्दे उठा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी सदस्यों ने मीडिया को मजबूत करने के मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा के लिए नोटिस दिया है। इस पर सभापति ने कहा कि वह इस पर विचार करेंगे। उल्लेखनीय है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को ही निचले सदन में सत्र को सात अगस्त तक बढ़ाने की घोषणा की थी।