Edited By Pardeep,Updated: 07 Feb, 2020 05:01 AM
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए नवगठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नामक ट्रस्ट इस कार्य के लिए लोगों, राज्य सरकारों, केंद्रीय संस्थाओं तथा अन्य सरकारी प्राधिकरणों से दान, ग्रांटें, सहायता अथवा योगदान प्राप्त करेगा। रोचक बात यह है कि...
नेशनल डेस्कः अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए नवगठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नामक ट्रस्ट इस कार्य के लिए लोगों, राज्य सरकारों, केंद्रीय संस्थाओं तथा अन्य सरकारी प्राधिकरणों से दान, ग्रांटें, सहायता अथवा योगदान प्राप्त करेगा। रोचक बात यह है कि ट्रस्ट को कैश के अलावा सोने, गहनों इत्यादि तथा अचल संपत्ति के तौर पर भी दान इकट्ठा करने की अनुमति दी गई है। ट्रस्ट शीघ्र ही आयकर अधिनियम की धारा 80 जी के तहत आवेदन करेगा ताकि दानदाताओं को 100 प्रतिशत कर छूट मिल सके। इसके अलावा ट्रस्टी ट्रस्ट की संपत्ति को गिरवी रख कर ट्रस्ट के काम हेतु लोन भी ले सकेंगे।
सरकार ने ट्रस्ट को दान के तौर पर पहला रुपया अदा किया है जो इस बात का संकेत है कि जब भी जरूरत होगी सरकार मंदिर निर्माण के लिए उदारता से पैसा देगी। संस्कृति मंत्रालय के पास पहले से ही धार्मिक स्थलों के लिए 40 करोड़ तक दान करने की योजना है यदि वे लोगों को मूल्यों की शिक्षा देने के लिए ऑडियो-विजुअल सुविधाओं की स्थापना करें। ट्रस्ट धार्मिक संस्थाओं के माध्यम से आम जनता से दान इकट्ठा करने के लिए अभियान भी शुरू करेगा।
ट्रस्ट की पहली मीटिंग शीघ्र ही आयोजित की जाएगी जिसमें ट्रस्ट की डीड के अनुसार दो और सदस्यों को भी इसमें शामिल किया जाएगा क्योंकि 8 अप्रैल को मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने से पहले फंड इकट्ठा करने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन की जरूरत होगी, ऐसे में इतने बड़े कार्यबल के लिए इसमें विश्व हिंदू परिषद की भागीदारी जरूरी है।
ट्रस्ट के लिए 5,000 करोड़ रुपए एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है और भव्य मंदिर के निर्माण हेतु धन दान करने के लिए प्रत्येक भारतीय से संपर्क किया जाएगा। भारत सरकार वर्तमान सड़कों को जोड़ते हुए दिल्ली से अयोध्या के लिए एक्सप्रैस-वे का निर्माण करेगी। यह काम अगले 3 वर्षों में युद्ध स्तर पर किया जाएगा।