Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Nov, 2022 03:43 PM
जानेमाने उद्योगपति रमेश चौहान ने कहा कि वह अपने बोतलबंद पानी के कारोबार ‘बिसलेरी इंटरनेशनल' को बेचने के लिए खरीदार की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए टाटा कंज्यूमर समेत कई कंपनियों से बातचीत चल रही है। टाटा समूह की कंपनी ने भी शेयर बाजारों...
नई दिल्ली: जानेमाने उद्योगपति रमेश चौहान ने कहा कि वह अपने बोतलबंद पानी के कारोबार ‘बिसलेरी इंटरनेशनल' को बेचने के लिए खरीदार की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए टाटा कंज्यूमर समेत कई कंपनियों से बातचीत चल रही है। टाटा समूह की कंपनी ने भी शेयर बाजारों को सूचित किया है कि उसकी बिसलेरी इंटरनेशनल से बात चल रही है।
देश में बोतलबंद पानी के कारोबार के अगुआ 82 वर्षीय उद्योगपति ने हालांकि टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीसीपीएल) के साथ 7,000 करोड़ रुपये में सौदे होने की खबरों का खारिज कर दिया। चौहान ने बिसलेरी को बेचने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, हां, हम बेच रहे हैं। समूह की कई संभावित खरीदारों से बात चल रही है।
उनसे जब यह पूछा गया कि क्या वह टाटा समूह की कंपनी को कारोबार बेच रहे हैं, इस पर चौहान ने कहा,यह सही नहीं है...अभी हमारी बात चल रही है। इस बीच टीपीसीएल ने कहा है कि वह दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए उचित घोषणाएं करेगी। बिसलेरी कारोबार को बेचने के पीछे क्या कारण हैं, जब यह पूछा गया तो चौहान ने कहा कि किसी को तो इसे संभालना होगा।
दरअसल उनकी बेटी जयंती की दिलचस्पी कारोबार को संभालने में नहीं है। बिसलेरी इंटरनेशनल के प्रवक्ता ने बाद में बयान में कहा, अभी हमारी बात चल रही है, इससे अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती है। चौहान ने तीन दशक पहले अपने सॉफ्ट ड्रिंक कारोबार को अमेरिकी पेय पदार्थ कंपनी कोका-कोला को बेच दिया था। उन्होंने थम्स अप, गोल्ड स्पॉट, सिट्रा, माजा और लिम्का जैसे ब्रांड 1993 में कंपनी को बेच दिए थे।
चौहान 2016 में फिर से सॉफ्ट ड्रिंक के कारोबार में उतरे लेकिन उनके उत्पाद ‘बिसलेरी पॉप' को उतनी सफलता नहीं मिली। बिसलेरी और टीसीपीएल के बीच करार हो जाता है तो बोतलबंद पानी के बाजार में वह अग्रणी कंपनी बन जाएगी। टीपीसीएल का बोतलबंद पानी का ब्रांड हिमालयन पहले से बाजार में मौजूद है।