Edited By vasudha,Updated: 09 Nov, 2020 10:53 AM
श्री राम की नगरी अयोध्या में इस बार दीपावली बहुत ही खास होने जा रही है क्योंकि 492 साल बाद भगवान श्रीराम की जन्मभूमि दीपों से जगमगायेगी। कुछ प्रतिबंध के चलते यह पहले संभव नहीं था कि जन्मभूमि परिसर में दीप नहीं जलाये जा सकते थे । अब पिछले पांच अगस्त...
नेशनल डेस्क: श्री राम की नगरी अयोध्या में इस बार दीपावली बहुत ही खास होने जा रही है क्योंकि 492 साल बाद भगवान श्रीराम की जन्मभूमि दीपों से जगमगायेगी। कुछ प्रतिबंध के चलते यह पहले संभव नहीं था कि जन्मभूमि परिसर में दीप नहीं जलाये जा सकते थे । अब पिछले पांच अगस्त को मंदिर निर्माण का भूमि पूजन होने के बाद इस बार की दीवाली को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। हालांकि इस बार दीपोत्सव को इस नया रूप देने की तैयारी की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सरकार एक पोर्टल तैयार करा रही है जहां वर्चुअल दीप जलाए जा सकेंगे। सरकारी सूत्रों के अनुसार इस बार 'अयोध्या दीपोत्सव' में करोड़ों रामभक्त श्रीरामलला दरबार में वर्चुअल हाजिरी लगाएंगे। करीब पांच शताब्दी की प्रतीक्षा के बाद अब जब श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण का सपना पूरा हो रहा है, ऐसे में कोई भी श्रद्धालु राम दरबार में आस्था-दीप जलाने से वंचित न रहे, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने की व्यवस्था की है।इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी सहभागिता होगी।
इस बार पांच लाख 51 हजार दीप प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा तैयार कराया जा रहा यह अनूठा वर्चुअल दीपोत्सव मंच बिलकुल असली जैसा अनुभव देगा। पोर्टल पर श्रीरामलला विराजमान की तस्वीर होगी, जिनके समक्ष वर्चुअल दीप प्रज्ज्वलन होगा। यहां यह भी सुविधा होगी कि श्रद्धालु अपनी भावानुसार मिट्टी, तांबे, स्टील अथवा किसी अन्य धातु के दीप-स्टैंड का चयन करें। घी, सरसों अथवा तिल के तेल का विकल्प भी उपलब्ध होगा।
यही नहीं, श्रद्धालु अगर पुरुष है तो पुरुष अथवा महिला है तो महिला के वर्चुअल हाथ दीप प्रज्ज्वलित करेंगे। दीप जलाने के बाद श्रद्धालु के विवरण के आधार पर रामलला की तस्वीर के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से धन्यवाद-पत्र भी जारी होगा। उन्होंने बताया कि 13 नवंबर को प्रस्तावित मुख्य समारोह से पहले यह वेबसाइट आमजन के लिए उपलब्ध हो जाएगी।