Edited By ,Updated: 02 Dec, 2016 10:55 AM
एडस एक ऐसी महामारी है जो पूरेे विश्व में फैल चुकी है इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 1 दिसम्बर के दिन पूरे विश्व में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है इस दिन को मनाने का उदृेश्य लोगों को एड्स (AIDS) के प्रति जागरूकता फैलाना है।
मोहाली (नियामियां): एडस एक ऐसी महामारी है जो पूरेे विश्व में फैल चुकी है इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 1 दिसम्बर के दिन पूरे विश्व में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है इस दिन को मनाने का उदृेश्य लोगों को एड्स (AIDS) के प्रति जागरूकता फैलाना है। चंडीगढ़ गु्रप ऑफ कालजिस लांडरां की इंस्टीच्यूट चंडीगढ़ कालेज ऑफ एजुकेशन की छात्राओं ने आज अंतर्राष्ट्रीय एड्स दिवस के मौके पर इस लाइलाज बीमारी के खिलाफ एकजुटता के साथ लडऩे का प्रण लिया और एच.आई.वी. पॉजिटिव मनुष्य के लिए अपनी संवेदना अर्पित की। छात्राओं ने आज के दिन को एड्स खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए कालेज कैंपस और आस पास के इलाकों में ह्यूमन चेन के रूप में आम लोगों तक यह संदेश पहुंचाया कि किसी कारण एड्स से ग्रस्त हो चुके लोग भी प्यार चाहते हैं उनको नफरत भरी दृष्टि के साथ नहीं देखना चाहिए।
इस संबंधित चंडीगढ़ कालेज ऑफ एजुकेशन की प्रिंसीपल डॉ. नीना साहनी ने बातचीत करते कहा कि 1 दिसंबर को पूरे संसार के में एच.आई.वी. एड्स विरुद्ध जागरूकता पैदा करने के लिए संयुक्त रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा हमारी छात्राएं भी आज के दिन इस भयानक बीमारी के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए ‘एड्स विषय’ पर पोस्टर मेकिंग, स्लोगन, पेंटिंग और एड्स विरुद्ध ओर जागरूकता पैदा करने वाली आइटमें पेश की गई। इस मौके पर बच्चों को समझाया गया कि एड्स दिवस एच.आई.वी. के साथ जूझ रहे लोगों के साथ सहयोग, सद्भावना और एकजुटता दिखाने के लिए एक विशेष मौका दिया है।
विश्व एड्स दिवस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
1 विश्व एड्स दिवस मनाने की आधिकारिक घाेेषणा वर्ष 1995 में अमेरिका के राष्ट्रपति विलियम क्लिंटन ने की थी जिनका अनुसरण दुनियॉ भर के देशों द्वारा किया गया।
2 विश्व एड्स दिवस की परिकल्पना 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन जिनेेवा स्विट्जरलैंड के एड्स ग्लोवल कार्यक्रम के सूूचना अधिकारी 3 थॉमस नेट्टर और जेम्स डब्ल्यू बन्न ने की थी।
4 उन्होने एड्स दिवस मनाने का यह विचार एड्स ग्लोवल कार्यक्रम के निदेशक डॉ जोनाथन मन्न से साझा किया और उन्होने इसे स्वीकृति दे दी।
5 वर्ष 1988 से 1 दिसंबर के दिन को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जानेे लगा।
6 आपको जानकर आर्श्चय होगा कि एक अनुमान के मुताविक 1981 से 2007 तक करीब 25 लाख लोगों की मृृत्यु एच आई बी सक्रमण के कारण हो गई
2007 में लगभग दो लाख लोग इस महामारी से संक्रमित हुऐ।
7 धीरे धीरे विश्व एड्स दिवस अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य समारोह बन गया।
8 चुकि युवा ही नहीं हर उम्र का व्यक्ति इस बीमारी से पीडित होने लगा इस लिए सभी उम्र और वर्ग के लोगोंं को जागरूक करने के लिए विशेष प्रोग्राम आयोजित किये गये जिसमें हर वर्ष की एक अलग थीम बनाई गयी।
9 1988 में विश्व एड्स दिवस अभियान की थीम का नाम "संचार" था।
10 2007 के बाद से विश्व एड्स दिवस को व्हाइट हाऊस द्वारा एड्स रिवन का एक प्रतीक देकर शुरू किया गया।