Edited By Monika Jamwal,Updated: 27 Jul, 2018 07:50 PM
कहीं हवा में झूलते पुल, कहीं सिर्फ दो खंभों पर लटकते पुल, आम तौर छोटे से लेकर बड़े शहरों में यह नजारा आम है, पुलों के निर्माण में हर दिन नई तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, इसके विपरीत जम्मू के गुलाब गढ़ में कुछ पुल ऐसे हैं जो सोलहवीं सदी की याद ताजा कर...
जम्मू: कहीं हवा में झूलते पुल, कहीं सिर्फ दो खंभों पर लटकते पुल, आम तौर छोटे से लेकर बड़े शहरों में यह नजारा आम है, पुलों के निर्माण में हर दिन नई तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, इसके विपरीत जम्मू के गुलाब गढ़ में कुछ पुल ऐसे हैं जो सोलहवीं सदी की याद ताजा कर देते हैं। गुलाब गढ़ गांवों के लोग आज भी लकड़ी से तैयार पुल के सहारे नदी पार करने के लिए मजबूर हैं। पुल की हालत इतनी खस्ता है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
जम्मू के रियासी जिलो में यूं तो प्रशासनिक अधिकारियों तथा सरकार द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे किये जाते हैं लेकिन उनका कहना हवाई साबीत हो रहा है। इलाके में बरसात के मौसम में नदी -नाले उफान पर रहते हैं, और लोगों का आवगमन बंद हो जाता है, यां अधिक मजबूरी वाले लोग जान जोखिम में डालकर यह नाले आर-पार करते हैं, जिनमे बच्चे भी शामिल होते हैं। रियासी के गुलाब गढ़ इलाके में लोगों ने लकड़ी का झुगाड़ पुल तैयार किया है लेकिन पानी का वहाव इतना तेज है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कई दश्कों से यहां पर पुल बनाए जाने की मांग नेताओं के आगे रख चुके हैं पर मामले को अमल में नहीं लाया गया है। जिसका खामियाजा गुलाब गढ़ के लोग भुगत रहे हैं।