Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 05:36 AM
फुटबॉल खिलाड़ी से लश्कर-ए-तोयबा के आतंकवादी बने और एक पखवाड़ा पहले ङ्क्षहसा का रास्ता छोड़ अपने घर लौटने वाले माजिद इरशाद खान को पढ़ाई और खेलकूद में अपना भविष्य बनाने के लिए उसके पुनर्वास के तहत राज्य के बाहर भेजा गया है। विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर...
अवंतिपुरा/जम्मू: फुटबॉल खिलाड़ी से लश्कर-ए-तोयबा के आतंकवादी बने और एक पखवाड़ा पहले हिंसा का रास्ता छोड़ अपने घर लौटने वाले माजिद इरशाद खान को पढ़ाई और खेलकूद में अपना भविष्य बनाने के लिए उसके पुनर्वास के तहत राज्य के बाहर भेजा गया है।
विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जी.ओ.सी.) मेजर जनरल बी.एस. राजू ने कहा कि सेना ने परिवार की सहमति के बाद उसे (माजिद) पढ़ाई पूरी करने या फिर खेलकूद में करियर बनाने के लिए राज्य के बाहर भेज दिया है। माजिद के समर्पण के तुरंत बाद प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी बाईचुंग भुटिया ने उसके समक्ष फुटबॉल में अपने सपने साकार करने के लिए गोलकीपर बनने का प्रस्ताव रखा था।
जी.ओ.सी. राजू ने कहा कि माजिद यदि मुख्यधारा का हिस्सा और अपना करियर बनाने में जुट जाता है तो यह स्थानीय उग्रवादियों के लिए ज्वलंत उदाहरण की तरह काम करेगा। बाद में अन्य आतंकवादी भी उसकी ही तरह बनने का प्रयास करेंगे। यह पूछे जाने पर कि माजिद की शिक्षा में सरकार या सेना मदद करेगी तो उन्होंने कहा कि अधिकांश खर्च उसके परिवार के लोग करेंगे।