Edited By Monika Jamwal,Updated: 09 Jun, 2020 01:54 PM
साम्बा शहर का जायका कहे जाने वाले भल्ले वालों की आर्थिक हालत इस समय पूरी तरह से खराब हो गई है और उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनका परिवार चलाने के लिए उन्हें कोई राहत पैकेज दिया जाए।
साम्बा : साम्बा शहर का जायका कहे जाने वाले भल्ले वालों की आर्थिक हालत इस समय पूरी तरह से खराब हो गई है और उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनका परिवार चलाने के लिए उन्हें कोई राहत पैकेज दिया जाए। साम्बा में अपना रोष प्रकट करते हुए भल्ले की रेहड़ी लगाने वाले फकीर चंद, साईं दास, तिलक राज, अनिल कुमार ने कहा कि इस लाकडाऊन में उनका काम पूरी तरह से बंद है और उनका घर का गुजारा भी बहुत मुशिकल हो गया है। इस दौरान कुछ संस्थाओं ने कुछ मदद की, लेकिन उस राशन से 3 महीने गुजारा करना मुशिकल है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस भल्ले वालों की तरफ भी ध्यान देना चाहिए और उनके बच्चों के भविष्य के बारे में भी सोचना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन व एक संस्था ने मिलकर उनके खाते में कुछ राशि डालने की बात भी की थी, लेकिन आज तक मायूसी ही हाथ आई है और 37 लोगों की लिस्ट बनाई गई थी, लेकिन किसी के खाते में पैसे नहीं आए। वहीं इस दौरान सरपंच लबलू सम्बयाल ने इनको समर्थन देते हुए कहा कि यह गरीब जनता के साथ मजाक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इनके बच्चे अपनी पढ़ाई कैसे करेंगे, कैसे ऑनलाइन काम चलेगा, जब जेब में पैसे ही नहीं होंगे। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इनके लिए कोई पैकेज दिया जाए, नहीं तो यह लोग भुखमरी का शिकार हो जाएंगे।