Edited By vasudha,Updated: 27 Dec, 2018 02:40 PM
सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों के शहादत दिवस के मौके पर लोकसभा में वीरवार को कई सदस्यों ने उनके बलिदान को याद किया और सदन ने संवेदना प्रकट की...
नेशनल डेस्क: सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों के शहादत दिवस के मौके पर लोकसभा में वीरवार को कई सदस्यों ने उनके बलिदान को याद किया और सदन ने संवेदना प्रकट की। आम आदमी पार्टी के भगवंत मान ने गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों के शहादत दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि सिख समुदाय दिसंबर के आखिरी सप्ताह को शहीदी सप्ताह मनाता है क्योंकि इसी अवधि में गुरु गोविंद सिंह के परिवार की शहादत हुई। उन्होंने कहा कि मैं मांग करता हूं कि शहीदों को इस सदन में श्रद्धांजलि दी जाए।
शहीदों के सम्मान में रखा जाए मौन: प्रेम सिंह
अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने भी इसका उल्लेख करते हुए शहीदों के सम्मान में सदन में दो मिनट का मौन रखा जाए। कांग्रेस की रंजीत रंजन ने भी गोविंद सिंह के दो पुत्रों को दीवार में चुनवाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी शहादत देश के लिए हुई और सदन उनको अपनी श्रंद्धाजलि अर्पित करता है।
शहीदों की शहादत का देश को मिले संदेश: अहलूवालिया
केंद्रीय मंत्री और भाजपा सदस्य एस एस अहलूवालिया ने कहा कि पूरे सिख समाज के लिए 21 से 27 दिसंबर शहीदी सप्ताह होता है क्योंकि इसी दौरान गुरु तेग बहादुर और गोविंद सिंह के साहबजादे शहीद हुए। उन्होंने कहा कि सदन में श्रद्धांजलि दी जाए ताकि देश और दुनिया में इन शहीदों की शहादत को लेकर बड़ा संदेश जा सके। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गुरू गोविंद सिंह के दो पुत्रों की शहादत का उल्लेख किया और कहा कि यह किसी एक धर्म का विषय नहीं है, बल्कि इन बच्चों ने देश के लिए शहादत दी। उन्होंने कहा कि इस बलिदान को देश कभी नहीं भूल सकता तथा पूरा सदन इनकी शहादत पर संवेदना प्रकट करता है।