Edited By Seema Sharma,Updated: 15 May, 2018 10:21 AM
मौसम विज्ञान के विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार की गर्मी में कुछ असमान्य घटित हो रहा है। इस साल अब तक मई में उत्तर भारत को तीन पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आंधी और तूफान का सामना करना पड़ा है और 150 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। उत्तर भारत में...
नई दिल्ली: मौसम विज्ञान के विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार की गर्मी में कुछ असमान्य घटित हो रहा है। इस साल अब तक मई में उत्तर भारत को तीन पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आंधी और तूफान का सामना करना पड़ा है और 150 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। उत्तर भारत में ग्रीष्म के दौरान धूल भरी आंधी, तूफान और बारिश सामान्य घटना है। मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पहलावट ने कहा, ‘‘लेकिन इस तरह की तीव्रता नहीं रहती।
पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता असमान्य रूप से अधिक है।’’ मौसम विभाग के अतिरिक्त निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अप्रैल में एक, जबकि मई में अब तक तीन बार पश्चिमी विक्षोभ के हालात बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि निरंतर पश्चिमी विक्षोभ का बनना तूफान-धूल भरी आंधी का मुख्य कारण है।