Edited By Yaspal,Updated: 18 Apr, 2018 06:49 PM
उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय मंत्री लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्र सरकार के सहयोगी रामविलास पासवान ने गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण की वकालत की है। उन्होंने कहा कि ऊंची जाति गरीबों के लिए 15 फीसदी आरक्षण होना चाहिए।
नेशनल डेस्कः उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय मंत्री लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्र सरकार के सहयोगी रामविलास पासवान ने गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण की वकालत की है। उन्होंने कहा कि ऊंची जाति गरीबों के लिए 15 फीसदी आरक्षण होना चाहिए।
पासवान का मानना कि ऊंची जाति के लोग भी गरीब होते हैं। उन्हें ऐसा नहीं लगना चाहिए कि उनके साथ भी भेदभाव हो रहा है, क्योंकि उन्हें दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगों जैसी सुविधाएं नहीं मिलती हैं। इसलिए हमने ऊंची जाति के लोगों को 15 फीसदी आरक्षण देने का सुझाव दिया है।
ऊंची जाति के आर्थिक रुप से गरीब लोगों को मिले आरक्षण
जेडीयू नेता और बिहार के उद्योग मंत्री जय सिंह ने भी मंगलवार को कहा कि ऊंची जाति के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश में ऊंची जातियों के गरीब लोगों के आकलन के लिए एक आयोग का गठन करना चाहिए और समिति की सिफारिशों के आधार पर उन्हें आरक्षण देने का फैसला करना चाहिए।
इससे पहले उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवाल ने सुप्रीम कोर्टम में आरक्षण और पदोन्नति में भी आरक्षण का समर्थन किया था। पासवान ने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था बंद होने से दलितों में बेहद नाराजगी है और सरकार इस वर्ग में असंतोष नहीं फैलने देना चाहती।