Edited By Monika Jamwal,Updated: 09 May, 2018 12:39 PM
जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में शोपियां में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों की मुठभेड़ और प्रदर्शनों में आम नागरिकों की मौत के बाद अलगाववादी नेताओं द्वारा हड़ताल के आह्वान के कारण गत तीन दिनों से लगी पाबंदियों को आज हटा लिया गया।
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में शोपियां में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों की मुठभेड़ और प्रदर्शनों में आम नागरिकों की मौत के बाद अलगाववादी नेताओं द्वारा हड़ताल के आह्वान के कारण गत तीन दिनों से लगी पाबंदियों को आज हटा लिया गया। अलगाववादियों की ओर से आज कोई हड़ताल आह्वान नहीं किया गया है उन्होंने लोगों से सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू करने की अपील की है। इसके बाद पिछले तीन दिनों से एहतियातन बंद किये गये ऐतिहासिक जामा मस्जिद के दरवाजों को भी खोल दिया गया है।
पुलिस ने कहा है कि श्रीनगर शहर के सभी पाबंदियों को हटा लिया गया है। हालांकि संवेदनशील इलाकों में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा बलों और पुलिस के अतिरिक्त जवान तैनात रहेंगे। शहर के पांच थाना क्षेत्रों एम आर गंज, खानायार, साफा कदाल, रैनवाड़ी और नोहाटा में शांति व्यवस्था के लिए लगायी गयी धारा 144 को हटा लिा गया है। इस तरह पुराने शहर के करालखुर्द और सिविल लाइन के मैसुमा थाना क्षेत्रों पर लगायी गयी पाबंदियों को भी हटा लिया गया है।
गौरतलब है कि शोपियां में मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का एक शीर्ष कमांडर तथा कश्मीर विश्वविद्यालय के एक सहायक प्रोफेसर समेत हिज्बुल के पांच आतंकवादियों के मारे गये थे और मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों की झड़प में छह युवक मारे गये जबकि 30 अन्य घायल हो गये थे।