Edited By Monika Jamwal,Updated: 31 Aug, 2018 07:08 PM
सातवें वेतन आयोग और वेतन को राज्य बजट के साथ मिलाने की मांग को लेकर रहबर-ए-तालीम अध्यापकों ने अनिश्चितकालीन भूखहड़ताल शुरू की।
जम्मू : सातवें वेतन आयोग और वेतन को राज्य बजट के साथ मिलाने की मांग को लेकर रहबर-ए-तालीम अध्यापकों ने अनिश्चितकालीन भूखहड़ताल शुरू की। सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा विभाग में कार्यरत रहबरे तालीम अध्यापक ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। आर-पार लड़ाई की घोषणा करते हुए ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने राज्यपाल प्रशासन को चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों के संगठनों के एक ही बैनर तले अब सरकार तक जोरदार ढंग से आवाज पहुंचाई जाएगी। जम्मू में संघर्ष का आगाज हो चुका है जबकि कश्मीर संभाग में भी 3 सितम्बर से टीचरों की भूख हड़ताल शुरू हो जाएगी।
विनोद शर्मा ने आगे कहा कि माह से 7वें वेतन के लाभ तथा उनके वेतन को राज्य वजट के साथ डी-लिंक करने में सरकार को कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि रहबरे तालीम अध्यापकों के वेतन को जब भी राज्य सरकार से उठाया जाता, तब उन्हें ग्रांट न होने की वजह बताई जाती है। उन्होंने कहा कि रहबरे तालीम शिक्षक राज्य सरकार के कर्मचारी है। लिहाजा राज्य सरकार जिम्मेदारी है कि उनके वेतन को राज्य के बजट में मर्ज कर अन्य कर्मचारियों की तरह नियमित करें लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा।