Edited By vasudha,Updated: 16 Apr, 2018 02:31 PM
कठुआ और उन्नाव गैंगरेप की घटना के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार से नाराज दिख रहे हैं। वहीं इसी बीच 50 रिटायर नौकरशाहों ने पीएम मोदी को खुला खत लिख सरकार को इस घटनाओं का जिम्मेदार ठहराया...
नेशनल डेस्क: कठुआ और उन्नाव गैंगरेप की घटना के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार से नाराज दिख रहे हैं। वहीं इसी बीच 50 रिटायर नौकरशाहों ने पीएम मोदी को खुला खत लिख सरकार को इस घटनाओं का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पीएम से अपील की है कि वह कठुआ और उन्नाव में पीड़ित परिवार से माफी मांगें।
आजादी के बाद सबसे काला समय
पूर्व नौकरशाहों ने मोदी सरकार की निंदा करते हुए लिखा कि आजादी के बाद से यह अब तक का सबसे अंधकारमय समय है। यह दिखाता है कि सरकार, राजनीतिक दल और नेता कितने कमजोर हैं। खत में लिखा कि हमारे संविधान द्वारा जिन धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक और उदार मूल्यों की जो बात कही गई है उसमें गिरावट आ रही है। पूर्व नौकरशाहों के अनुसार आजादी के बाद यह हमारे लिए सबसे काला समय है इससे पता चलता है कि हमारे राजनीतिक दल सरकार और उसके नेता कितने कमजोर हैं।
संकट में हमारा अस्तित्व
खत में लिखा गया कि ये दो घटनाएं सामान्य अपराध नहीं हैं जो समय के साथ ठीक हो जाएंगी। हमें जल्द ही अपने समाज के राजनीतिक और नैतिक ताने-बाने को ठीक करना होगा, यह समय हमारे अस्तित्व के संकट का समय है। पूर्व नौकरशाहों ने पीएम से कहा कि भले ही आपने इस घटना की निंदा की है और इसे शर्मनाक बताया है, लेकिन आपने ना ही इसके पीछे काम कर रही सांप्रदायिकता की भावना की निंदा की और ना ही इसे दूर करने के लिए किसी तरह के सामाजिक, राजनीतिक या प्रशासनिक संकल्प दिखाया जिसके तहत इस तरह की सांप्रदायिक पैदा होती है।
रेप की घटनाओं से देश में रोष
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गैंगरेप के दो मामलों ने देश को दहला दिया है। यूपी की एक महिला का आरोप है कि बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उससे रेप किया। घटना के विरोध के बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं कठुआ में आठ साल की मासूम को पहले अगवा किया गया फिर आरोपियों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया और बाद में मौत के घाट उतार दिया।