Edited By Yaspal,Updated: 08 Nov, 2020 06:55 PM
एक्जिट पोल में राजद नीत महागठबंधन की जीत का अनुमान व्यक्त किये जाने के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को चेताया कि वे चुनाव परिणाम को संयम और शिष्टाचार से स्वीकार करेंगे और प्रतिद्वन्द्वियों के साथ किसी तरह के अशिष्ट...
नेशनल डेस्कः एक्जिट पोल में राजद नीत महागठबंधन की जीत का अनुमान व्यक्त किये जाने के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को चेताया कि वे चुनाव परिणाम को संयम और शिष्टाचार से स्वीकार करेंगे और प्रतिद्वन्द्वियों के साथ किसी तरह के अशिष्ट व्यवहार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित ट्वीट में राजद ने कहा, ‘‘सभी शुभचिंतकों व समर्थकों से विनम्र अनुरोध है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी के अपने जन्मदिन को सादगी से मनाने के निजी निर्णय का सम्मान करते हुए आप घर पर ही रहें और आवास आकर व्यक्तिगत रूप से बधाई देने से बचें।''
पार्टी ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे 10 नवंबर को मतगणना के लिये अपनी सजग उपस्थिति क्षेत्र में बनाए रखें। राष्ट्रीय जनता दल ने कहा है कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता स्मरण रखें-10 नवम्बर को चुनाव परिणाम कुछ भी हों, उसे पूरे संयम, सादगी और शिष्टाचार से स्वीकारना है। इसमें कहा गया है कि, ‘‘अनुचित आतिशबाज़ी, हर्ष फायरिंग, प्रतिद्वंदियों अथवा उनके समर्थकों के साथ अशिष्ट व्यवहार इत्यादि किसी कीमत पर स्वीकार नहीं होगा।''
गौरतलब है कि शनिवार को जारी कई एक्जिट पोल में 243 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में राजद नीत महागठबंधन को जीत मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से विनम्रता के साथ चुनाव परिणाम को स्वीकार करने को कहा है। तेजस्वी यादव की प्रशंसा करते हुए सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद जहां ‘आस्था' का केंद्र हैं, वहीं तेजस्वी पार्टी में ‘व्यवस्था' का केंद्र हैं।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जमीनी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर किये गए मूल्यांकन के अनुसार पार्टी को एक्जिट पोल के पूर्वानुमानों से अधिक सीटें मिलेंगी। बहरहाल, राजद ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे स्मरण रखें कि 10 नवम्बर को चुनाव परिणाम कुछ भी आएँ, आपकी राजनीति की परिधि अथवा केंद्र में, लक्ष्य अथवा मार्ग में केवल जन, जन सुविधा और जन उत्थान ही हैं और रहेंगे।