Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 12:39 PM
रोहिंग्या शरणार्थियों को भारत की सीमा में प्रवेश ना देने का लेकर केंद्रीय सरकार सख्त है। सरकार ने सभी केंद्रीय एजेंसियों को भारत में रोहिंग्या के प्रवेश करने के सभी संभावित रास्तों की पहचान करके उनपर रोक लगाने के लिए अधिकतम इंतजाम करने को कहा है।...
नई दिल्ली: रोहिंग्या शरणार्थियों को भारत की सीमा में प्रवेश ना देने का लेकर केंद्रीय सरकार सख्त है। सरकार ने सभी केंद्रीय एजेंसियों को भारत में रोहिंग्या के प्रवेश करने के सभी संभावित रास्तों की पहचान करके उनपर रोक लगाने के लिए अधिकतम इंतजाम करने को कहा है। बता दें कि रोहिंग्याओं के लिए भारत में प्रवेश करने के लिए पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले रास्ते हैं।
हैदराबाद में अक्टूबर में गिरफ्तार किए गए एक 20 वर्षीय रोहिंग्या व्यक्ति से पूछताछ के बाद पुलिस को बहुत से रास्तों और उन लोगों का पता चला है जो रोहिंग्या को घुसपैठ में मदद करते हैं। गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा रोहिंग्या के लिए सबसे पसंदीदा रास्ता है। उत्तर बंगाल में सीमावर्ती क्षेत्र हिली और दक्षिण बंगाल में हरिदासपुर रोहिंग्या के भारत में प्रवेश करने के सबसे पसंदीदा रास्ते हैं।
एजेंसियों से रोहिंग्या समूहों की पहचान करने और रास्तों के बारे में जानकारी जुटाने के साथ ही रोहिंग्या की मदद करने वालों को भी तलाशने को कहा गया है। हैदराबाद और दिल्ली में पकड़े गए कुछ रोहिंग्या मुसलमानों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद सरकार इस मासले पर सख्त हुई है।