Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 11:16 PM
मोहन भागवत ने ये बयान मंगलवार को कोलकाता में सिस्टर निवेदिता की 150 वीं बर्सी पर एक कार्यक्रम में दिया
कोलकाताः आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को तीखा और विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि, "हिन्दू और मुसलमान आपसी सहमति से भारत को श्रेष्ठ तो बना सकते हैं लेकिन भारत को नंबर वन केवल हिंदुत्व ही बना सकता है, क्योंकि, असल में मुसलमान पहले हिन्दू ही थे, बाद में मुसलमान बन गए थे।"
भागवत ने ये बयान मंगलवार को कोलकाता में सिस्टर निवेदिता की 150 वीं बर्सी पर एक कार्यक्रम में दिया। सच्चर कमिटी पर एक मुसलमान दोस्त से जुड़ा किस्सा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि, "एक मुस्लिम मित्र ने मुझसे कहा कि मैं सरकार की सच्चर कमिटी का विरोध क्यों करता हूं। मुसलमान भी कभी हिन्दू ही हुआ करते थे। पर अब मुसलमान बन गए है और मुसलमान ही रहेंगे।"
आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि, आज आप किसी को सांप्रदायिक कहेंगे तो उसे अपशब्द माना जाएगा लेकिन सिस्टर निवेदिता ने जिस संदर्भ में सांप्रदायिक कहा था वो बात अलग थी। मोहन भागवत ने कहा कि, भारत की सारी समस्या यही है कि भारत में भारतपन नहीं है, इसीलिए भारत को भारत बनाना है।
रामायण को लेकर भागवत ने कहा कि जब रामायण दिखाई जाती थी तब पाकिस्तान में भी लोग उसे देखते थे। बल्कि उसे पूरी दुनिया देखती थी, इसीलिए भारत है तो धर्म है और आध्यामिकता है। उनका बयान एेसे समय में आया है, जब देश में रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण देने को लेकर बहस छिड़ी हुई है। अब उनका ये बयान क्या बखेड़ा खड़ा करता है देखने वाली बात होगी।