Edited By Yaspal,Updated: 11 Aug, 2018 05:52 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ में दलित समुदाय के लोगों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का गंगाजल से “शुद्धिकरण” किया।
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के मेरठ में दलित समुदाय के लोगों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का गंगाजल से “शुद्धिकरण” किया। दलित समुदाय के वकीलों से अंबेडकर की प्रतिमा को स्नान कराया। वकीलों का कहना है कि कुछ दिन पहले राज्यसभा सांसद और आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा यहां आए थे। उन्होंने बाबा साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण किया था। दलित वकीलों का कहना है कि माल्यार्पण के बाद मूर्ति अशुद्ध हो गई थी। इसलिए उसे गंगाजल से शुद्धिकरण कर गंगाजल से नहला रहे हैं।
यह प्रतिमा मेरठ के जिला कोर्ट में स्थित है। इस दौरान दलित समुदायों के वकीलों ने आरएसएस और बीजेपी पर जमकर अपना गुस्सा निकाला। वकीलों ने कहा कि बीजेपी दलितों का दमन करती है और उनका अंबेडकर से कोई लेना-देना नहीं है। दलितों ने कहा कि संघ बीजेपी को प्रमोट करने के लिए दलित हितैषी होने का दावा करती है। लेकिन उनका दलितों के कल्याण पर कोई ध्यान नहीं है। वे सिर्फ वोटों के लिए काम करते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के महासचिव सुनील बंसल ने भी अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। गौरतलब है कि मेरठ में यूपी कार्यकारिणी की बैठक आज से शुरू हो रही है। बैठक में बीजेपी के कई बड़े नेता शिरकत करेंगे। दलित वकील प्रवीण भारती ने कहा कि उन लोगों ने आरएसएस बीजेपी दोहरे चरित्र का उजागर करने के लिए प्रतिमा शुद्धिकरण किया है। प्रवीण भारती ने कहा कि बीजेपी एक ओर दलितों पर अत्याचार करती है तो वहीं दूसरी बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दलितों का हितैषी बनती है।