Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Jan, 2019 11:01 AM
सबरीमाला मंदिर पर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार सुबह दो महिलाओं ने फिर से मंदिर में प्रवेश की कोशिश की। जब लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने नीलिमला के पास महिलाओं को घेर लिया
तिरुवनंतपुरमः सबरीमाला मंदिर पर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार सुबह दो महिलाओं ने फिर से मंदिर में प्रवेश की कोशिश की। जब लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने नीलिमला के पास महिलाओं को घेर लिया और उन्हें मंदिर जाने से रोक दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिलाओं ने बेस कैंप पार कर लिया था लेकिन प्रदर्शनकारियों ने करीब 1 किमी के दायरे में उन्हें घेर लिया। मौके पर दो हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी मौजूद है। वहीं पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और दोनों महिलाओं को सुरक्षित घेरे से निकालकर गाड़ी में बिठाया। महिलाएं बिना दर्शनों के वापिस लौटने के लि तैयार नहीं थीं।
महिलाओं ने दावा किया कि भगवान अयप्पा के दर्शनों के लिए उन्होंने 41 दिन का उपवास रखा था और अब दर्शन करके ही लौटेंगी। बताया जा रहा है कि दोनों महिलाएं एक 9 सदस्यीय ग्रुप का हिस्सा थीं जो मंदिर में दर्शन के लिए जा रही थीं। पंबा बेस कैंप पार करने के बाद उन्हें रोक दिया गया। रोकी गई महिलाओं में से एक ने कहा कि यह लोगों का नहीं बल्कि भगवान अयप्पा का मंदिर है जब उनकों महिलाओं के दर्शन करने से कोई आपत्ति नहीं है तो फिर ये प्रदर्शनकारी क्यों विरोध कर रहे हैं।
बता दें कि 2 जनवरी को कनकदुर्गा और बिंदू नाम की दो महिलाओं ने भी मंदिर में प्रवेश किया और भगवान अयप्पा के दर्शन किए थे, जिसके बाद काफीविवाद हुआ था। पुजारियों ने मंदिर के कपाट बंद कर दिए थे और फिर उसके शुद्धिकरन के बाद खोला गया। वहीं मंदिर में प्रवेश को लेकर कनकदुर्गा की सास ने मंगवार को उसकी डंडों से पिटाई की।