Edited By Yaspal,Updated: 19 Jan, 2021 09:49 PM
पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने सहयोगियों पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी सात दलों के ‘गुपकर गठबंधन'' (पीएजीडी) से अलग हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन के कुछ घटकों ने जिला विकास परिषद (डीडीसी)...
नेशनल डेस्कः पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने सहयोगियों पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी सात दलों के ‘गुपकर गठबंधन' (पीएजीडी) से अलग हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन के कुछ घटकों ने जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में छद्म प्रत्याशी खड़े किए। गुपकर गठबंधन के प्रमुख एवं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में लोन ने कहा, ‘‘जनता जानती है कि राजनीतिक लाभ की लालच में अंधे होकर हमने एक दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी उतारे।''
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 को बहाल करने के उद्देश्य से गठित सात पार्टियों के गुपकर गठबंधन (पीएजीडी) से पीपुल्स कांफ्रेंस अलग होने वाली पहली पार्टी है। इस गठबंधन में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस भी शामिल है।
लोन ने लिखा, ‘‘ यह तथ्य है कि गुपकर गठबंधन ने इस चुनाव में स्पष्ट रूप से सबसे अधिक सीटों पर जीत दर्ज की। हम आंकड़ो को छिपा नहीं सकते हैं और गुपकर गठबंधन द्वारा जीती गईं सीटों के अलावा, एक अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ा पांच अगस्त (अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निष्क्रिय करने) के संदर्भ मतों की संख्या है जो गुपकर गठबंधन के खिलाफ है।'' बाद में उन्होंने इस पत्र को मीडिया में भी साझा किया।
लोन ने पत्र में कहा, ‘‘ गुपकर गठबंधन के पक्ष और विपक्ष में हुए चुनिंदा मतदान का नतीजा बहुत खराब मत प्रतिशत रहा। यह वह मत प्रतिशत नहीं है जो जम्मू-कश्मीर की जनता पांच अगस्त के बाद हकदार थी।''
उल्लेखनीय है कि जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में गुपकर गठबंधन को 112 सीटें मिली हैं जिनमें से आठ सीटें लोन की पार्टी की है। लोन ने कहा कि जहां एक ओर गुपकर गठबंधन आंकड़ों को देख रहा था वहीं जमीन पर जनता राजनीतिक खिलाड़ियों की गतिविधियों और इरादों को देख रही है। उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारी गतिविधियों के चश्मदीद हैं। वे राजनीतिक रंगमंच के किरदार हैं जिसकी पटकथा हमने लिखी और हम मानते हैं कि लोग नहीं जानते कि हम किस लिए हैं। जनता जानती है कि हमने राजनीतिक लाभ के अंधे लालच की वजह से एक दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी उतारे।''