Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Dec, 2018 08:26 AM
र्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद साल में 2 पार्टियां देने के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं। एक दिसम्बर में क्रिसमस की पार्टी और दूसरी गर्मियों में मैंगो पार्टी लेकिन जब से बतौर मंत्री मिला बंगला उनके हाथ से निकल गया
नेशनल डेस्कः पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद साल में 2 पार्टियां देने के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं। एक दिसम्बर में क्रिसमस की पार्टी और दूसरी गर्मियों में मैंगो पार्टी लेकिन जब से बतौर मंत्री मिला बंगला उनके हाथ से निकल गया, ऐसी बड़ी पार्टियों के लिए उन्हें जगह की तलाश में लगना पड़ता है। पहले खुर्शीद ऐसी पार्टियों के लिए राज्यसभा के सदस्य रहे प्रमोद तिवारी के महलनुमा भव्य बंगले का इस्तेमाल करते थे, पर पिछले साल यह बंगला प्रमोद तिवारी के हाथ से निकल गया।इसके बाद सलमान खुर्शीद की नजर कुमारी शैलजा के 12, तीन मूर्ति लेन वाले बंगले पर पड़ी। कुमारी शैलजा वरिष्ठ राज्यसभा सदस्य हैं और हरियाणा से हैं।
उन्होंने पार्टी के आयोजन के लिए बंगला दे दिया लेकिन अहमद पटेल के अलावा कांग्रेस का और कोई बड़ा नेता पार्टी में नहीं आया। डा. फारूक अब्दुल्ला और राजमोहन गांधी अवश्य पार्टी में मौजूद थे। साथ ही शहर के दूसरे सैलिब्रिटीज भी पार्टी में आए थे, पर कांग्रेसी नेताओं का नहीं आना कुछ अखरने वाली बात रही। बहरहाल सलमान खुर्शीद के साथ समस्या यह है कि वह फर्रूखाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ते हैं, पर 2014 में जीत नहीं सके थे। सबसे बड़ी बात तो यह कि वह चौथी पोजीशन पर आ गए थे।
अब सीटों के बंटवारे की बातें चल रही हैं। सलमान खुर्शीद इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि क्या फर्रूखाबाद सीट कांग्रेस के हाथ आएगी या नहीं। कहा जा रहा है कि किसी भी हालत में कांग्रेस अपने बलबूते यह सीट नहीं जीत सकती है। निकट भविष्य में खुर्शीद के राज्यसभा में भेजे जाने की संभावना भी नहीं के बराबर है क्योंकि वह राहुल गांधी के पसंदीदा लोगों में शामिल नहीं हैं। ऐसे में उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा, यह सवाल तो है ही।