पंजाब केसरी पहुंचे सैम पित्रौदा ने अपने बयान पर मांगी माफी

Edited By Yaspal,Updated: 11 May, 2019 03:35 PM

sam pitroda sought apology on the statement

वर्ष, 1984 में सिख दंगों को लेकर दिए गए बयान के बाद विवादों में आए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रौदा ने अपनी सफाई दी है। अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि उनकी हिन्दी ठीक नहीं है। उनके कहने का अर्थ यह था कि वर्ष, 1984 में...

  • मेरी हिन्दी ठीक नहीं, मेरे कहने का अर्थ था, जो 1984 में हुआ वह बहुत बुरा हुआ
  • 5 साल के कामकाज का हिसाब देने से डरते हैं मोदी तभी तो हिट पॉलिटिक्स करते हैं
  • राहुल गांधी 15 साल से सांसद, आज उनकी नागरिकता से सवाल उठा रही भाजपा

शिमला (कुलदीप): वर्ष, 1984 में सिख दंगों को लेकर दिए गए बयान के बाद विवादों में आए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रौदा ने अपनी सफाई दी है। अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि उनकी हिन्दी ठीक नहीं है। उनके कहने का अर्थ यह था कि वर्ष, 1984 में जो हुआ वह बहुत बुरा हुआ। पंजाब केसरी से विशेष बातचीत में उन्होंने सिख दंगों को लेकर दिए गए बयान सहित ताजा सियासी हालात को लेकर विस्तार से चर्चा की। प्रस्तुत है उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश : 
 

प्रश्न- वर्ष, 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर आए आपके बयान पर सियासत गरम है और लोगों में आक्रोश भी? आखिर आपने यह कैसे कह दिया कि जो हुआ सो हुआ?
उत्तर-मुझे ठीक से हिन्दी आती नहीं है। किसी ने जब मुझसे सिख दंगों को लेकर पूछा तो मैं कहना चाहता था कि जो हुआ वह बहुत बुरा हुआ। मेरे मुंह से जो शब्द निकले, उससे यदि सिखों की भावनाएं आहत होने पर मैं माफी मांगता हूं। मुझसे गलती हुई है, लेकिन मेरी इंटैशन गलत नहीं थी। सिख बहुत दिलदार लोग होते हैं। मैं इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का चेयरमैन हूं। इसमें हमारे जो 20 लीडर है, उसमें 18 सरदार है। उनका दिल सबसे बड़ा है। ऐसे में क्यों मैं उनके लिए अपशब्द कहूंगा। 

प्रश्न-राहुल गांधी ने भी इस बयान को लेकर आपत्ति जताई है?
उत्तर-राहुल गांधी सही है। वह सबकी भावनाओं को समझते हैं।लोगों की भावनाएं आहत हुई है। मैंने अपलोजाइज किया है। इस बात पर इतना बड़ा हल्ला करना सही नहीं है। यह हिट पॉलिटिक्स की फाइट है। डिवाइडिंग इंडिया का आइडिया है। 
 

प्रश्न-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपके बयान को कांग्रेस का बयान बता रहे हैं?
उत्तर-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को बहका रहे हैं। प्रधानमंत्री के मुंह से इस तरह का झूठ बोलना शोभा नहीं देता। वह देश के और मेरे भी प्रधानमंत्री है। वह यह चुनाव हार चुके हैं, इसीलिए घबराकर सैम पित्रौदा को अटैक कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कम से कम यह तो बताए कि आपने 5 अच्छे क्या काम किए। नोटबंदी और जी.एस.टी. से निर्णय से छोटे कारोबारी बर्बाद हो गए। जब केंद्र सरकार के पास चुनाव में कुछ गिनवाने को नहीं है, तो वह बालाकोट की बात करते हैं। 
 

प्रश्न- राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर भी भाजपा सवाल उठा रही है?
उत्तर- राहुल गांधी 15 साल से सांसद है। आज चुनाव के समय उनकी नागरिकता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। यह कौन सा तरीका है। जो चोर है, उनको ईमानदार बना दिया और जो ईमानदार है, उनको चोर बना दिया। राजनीतिक विरोधियों पर झूठे केस बनाए जा रहे हैं, केंद्र क्योंकि सरकार के पास गिनवाने को कुछ नहीं है। सरकार बताए कि 100 मिलियन जॉब का क्या हुआ? 100 स्मार्ट सिटी का क्या हुआ? किसानों की आय कब दोगुणा होगी? मेड इन इंडिया का क्या हुआ?
 

प्रश्न-क्या सेना के नाम पर सियासत होना सही है?
उत्तर-सरकार कहां शहीदों के मान-सम्मान की बात करती है। प्रधानमंत्री कभी जलियावाला बाग तो गए नहीं। झूठ पर झूठ बोला जा रहा है। सरकार यह तो बताए कि वर्ष, 2014 में जो वायदे किए गए थे, उसमें से कितने पूरे हुए। अगर भाजपा यह समझा सकती है, तो ठीक है अन्यथा लोगों को बहकाया जा रहा है।
 

प्रश्न-केंद्र में कांग्रेस और भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में आप किसे बेहतर मानते हैं?
उत्तर-कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में लोगों को स्वतंत्रता थी। संवैधानिक संस्थाओं को कभी नियंत्रण में लेने का प्रयास नहीं किया गया। आज तो सी.बी.आई., यूनिवर्सिटी हैड, आई.आई.टी. हैड, सी.एस.आई.आर. हैड, सी.ए.जी., इनकम टैक्स और यहां तक की न्यायिक प्रक्रिया में बाधा डालने का प्रयास किया जा रहा है। डा. मनमोहन सिंह की सरकार मनरेगा और आर.टी.ई. लाई। बड़े संस्थानों को स्थापित किया गया, लेकिन नरेंद्र मोदी तो सिर्फ हवा में बातें कर रहे हैं। उनकी सरकार के पास कोई बड़ी उपलब्धि गिनवाने के लिए नहीं है। 
 

प्रश्न-भाजपा कहती है नरेंद्र मोदी के आने से विदेशों में भारत का नाम बढ़ा?
उत्तर-नरेंद्र मोदी के कारण नहीं देश की युवा शक्ति ने अपने कामकाज का लोहा मनवाकर विश्व में भारत का नाम बढ़ाया है। आज विदेशों की बड़ी-बड़ी कंपनी के हैड हिन्दोस्तानी है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के कार्यकाल में आई.टी. को बढ़ावा मिला। इसी कारण दुनिया में आई.टी., साइंस, टैक्रालाजी, मैंनेजमैंट और अमेरिका जैसे देशों के मैनेजमैंट संस्थान में इंडियन काम कर रहे हैं, उसमें मोदी ने क्या किया। देश में 18 साल को युवा को वोट देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिया। उल्टा कहते हैं कि कांग्रेस ने 50 साल में कुछ नहीं किया। कांग्रेस ने बहुत कुछ किया है पर यह आराम से झूठ बोलते रहते हैं। 

 

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