Edited By prachi upadhyay,Updated: 31 Jul, 2019 11:47 AM
सफलता किसे पसंद नहीं होती। हर कोई अपनी जिंदगी में, अपने काम में सफल होना चाहता है। कुछ उस सफलता को पा लेते हैं और कुछ उसे हासिल करने की कोशिश में लगे रहते है। खुद को और बेहतर बनाने के लिए हम सफल लोगों के बारे में पढ़ते हैं, उनकी लाइफस्टाइल के बारे...
नेशनल डेस्क: सफलता किसे पसंद नहीं होती। हर कोई अपनी जिंदगी में, अपने काम में सफल होना चाहता है। कुछ उस सफलता को पा लेते हैं और कुछ उसे हासिल करने की कोशिश में लगे रहते है। खुद को और बेहतर बनाने के लिए हम सफल लोगों के बारे में पढ़ते हैं, उनकी लाइफस्टाइल के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। उनके डेडीकेशन को, काम करने के पैशन पर गौर करते हैं। लेकिन क्या इन सबके बीच आपने कभी उनके कपड़ों पर ध्यान दिया है। अगर दिया होगा तो आप पाएंगे कि ज्यादातर सफल लोग रोजाना एक जैसे कपड़ों में ही नजर आते है। अगर आपने कभी इस और ध्यान नहीं दिया तो आज हम आपको इस जानकारी से रूबरू कराएंगे।
ग्रे टी-शर्ट और जींस में मार्क ज़ुकेरबर्ग
ग्रे या नेवी ब्लू सूट में बराक ओबामा
ब्लैक टर्टल नेक टी-शर्ट और जींस में स्टीव जॉब्स
ये सिर्फ कुछ नाम है, लेकिन अगर आप गौर करेंगे तो आपको कई ऐसे सक्सेफुल और जीनियस लोग मिल जाएंगे जो रोजाना अलग-अलग तरह के कपड़े पहनने में यकीन नहीं रखते। अब जरा इसके पीछे की वजहों पर भी गौर करते हैं।
डेनिम जींस और शर्ट में डीन कानेम
समय की बचत
एक इंटरव्यू में जब मार्क ज़ुकेरबर्ग से पूछा गया कि वो हमेशा ग्रे-टीशर्ट में ही क्यों नजर आते हैं तो उन्होने जवाब दिया कि वो रोज-रोज कपड़े चुनने में अपनी एनर्जी वेस्ट करना सही नहीं समझते। इसीलिए, उन्होने अपने वॉडरोब में एक ही तरह के कपड़ों के कई जोड़ी रखे हुए है। जिससे वो कपड़े चुनने की दिक्कत से दूर रहें। वहीं अमेरिका के पूर्व राष्टपति बराक ओबामा ने भी कहा था कि वो बतौर राष्ट्रपति अपने कार्यकाल के वक्त वो केवल ग्रे या नेवी ब्लू सूट ही पहनते थे। उन्होने कहा कि उनके पास कपड़े चुनने से काफी ज्यादा जरूरी फैसले लेने के लिए होते थे। दरअसल, सुबह के वक्त कपड़े चुनने में भी एक तरह से टाइम और एनर्जी वेस्ट होता है। ऐसे में इस समय को भी सही जगह लगाने के लिए ये जीनियस अपने लिए एक ड्रेस कोड निर्धारित कर लेते हैं।
ब्लैक पैंट सूट में कार्ल लेगरफेल्ड
कॉन्फिडेंस और फोकस बढ़ावा
अगर आप जानते है कि आपको कब क्या पहनना है तो ये आपके कॉन्फिडेंस और फोकस को काफी बढ़ावा देता है। बार-बार क्या चीज किसके साथ जाएगी, खुद पर कैसी लगेगी और जब पहन लिया तो अच्छी लग रही है या नहीं। इन सब से आपका ध्यान बार-बार भटकता है, जिससे आप अपने काम पर सही तरह से फोकस नहीं कर पाते। लेकिन जब आपको पता है कि आपको क्या पहनना है और आप उसी ड्रेस कोड को रोजाना फोलो करते हो, तो आपका आपके काम पर फोकस और कॉन्फिडेंस बना रहता है।
थ्री पीस ब्लैक सूट में अल्बर्ट आइंस्टीन
कम निर्णय की थकान
अगर आप गौर करें तो आप हर रोज हजारों छोटे-बड़े फैसले लेते है। ऐसे में हर रोज कपड़ों के टचुनाव को लेकर फैसला करना भी आपको एक तरह की थकान देता है। अलमारी के सामने खड़े होकर काफी देर तक ये सोचना कि आज क्या पहंनू, किस को किस के साथ मैच करूं, ये भी एक तरह से आपके दिमाग को थका देता है। ऐसे में एक हर दिन एक ही कपड़े पहनने का फैसला से दिमाग की उर्जा को बचाने और उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करती है।
ब्लैक टीशर्ट, जींस और ब्लैक जैकेट में माइकल कोर्स
फील गुड फैक्टर
जब आप अपने काम की जगह के लिए अपना एक ड्रेस कोड बना लेते है तो आप ज्यादातर उन कपड़ों को अहमियत देते है जिसे पहनकर आप कम्फर्टेबल महसूस करते हैं। ऐसे में लगातार उन्ही कपड़ों को पहने के बाद आप अच्छा महसूस करने लगते है। जो आपको फील गुड फैक्टर देता है। जिससे आपके काम और व्यक्तित्व दोनों में कॉन्फिडेंस आता है।
ट्राउजर सूट, स्कार्फ में एमी जिंक
प्रमोट्स इक्वालिटी
एक कंपनी चलाना बेहद मुश्किल काम होता है। जहां आपको कंपनी के साथ-साथ उसमें काम करनेवालों का भी ध्यान रखना होता है। ऐसे में जब आप एक निर्धारित ड्रेस को अपनी यूनिफॉर्म बना लेते हैं। तो फिर काम को लेकर, काम करनेवालों को लेकर यहां तक की उनकी पोजिशन तक को लेकर एक इक्वालिटी वाला फैक्टर आ जाता है। जिससे लोगों के बीच एक बेहतर माहौल कायम करने में मदद मिलती है।
नेवी ब्लू स्वेटर्स और ब्लैक ट्राउजर में जियोर्जियो अरमानी
खर्चों पर लगाम
जब आप अपना वॉर्डरोब निर्धारित कर लेते हैं तो आप उसी हिसाब से कपड़े खरीदते है। आपको पता है आपको क्या पहनना है। ऐसे में आप एक ही जगह जाकर अपनी मतलब की शॉपिंग कर सकते है। या फिर उससे भी बेहतर अपने साइज के हिसाब से जो आप कपड़े चाहते है उसे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। वॉर्डरोब निर्धारित हो जाने पर फैशन या लेटेस्ट ट्रेंड्स के चक्कर में पड़कर उससे होने वाले फिजूल खर्चों से भी बचा जा सकता हैं।