Edited By ,Updated: 20 Apr, 2016 07:57 PM
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए.) का कहना है कि समझौता एक्सप्रैस विस्फोट मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए.) का कहना है कि समझौता एक्सप्रैस विस्फोट मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है। एन.आई.ए. के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2007 में हुई इस घटना में पुरोहित की संलिप्तता के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं हालांकि मालेगांव विस्फोट मामले में उनके खिलाफ चल रही जांच जारी रखी जाएगी।
कर्नल पुरोहित ने इस महीने के शुरू में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को लिखा था कि समझौता एक्सप्रैस मामले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं होने के बावजूद बेवजह उन्हें जेल में बंद रखा गया है ऐसे में उन्हें रिहा किया जाए और साथ ही उनका सम्मान, पदवी और वेतन सभी बहाल किये जाएं। वर्ष 2007 में 18 फरवरी को पानीपत के पास समझौता एक्सप्रैस ट्रेन में हुए विस्फोट के मामले में एन.आई.ए. ने कर्नल पुरोहित और स्वामी असीमानंद समेत आठ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
बम विस्फोट में 68 यात्री मारे गए थे और कई घायल हो गए थे। सूत्रों के अनुसार एन.आई.ए. के जांचकर्त्ता कुछ दिनों पहले ही इस नतीजे पर पहुंच गए थे कि कर्नल पुरोहित का ट्रेन विस्फोट मामले में कोई हाथ नहीं है लेकिन मामले की जांच कर रही विशेष आतंकवाद निरोधक अदालत को यह बताने से पहले वह इस बारे में सरकार के शीर्ष अधिकारियों और विधि विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर लेना चाहते थे।