Edited By Yaspal,Updated: 18 Sep, 2020 07:27 PM
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे कृषि विधेयक के खिलाफ जहां देशभर के किसानों में गुस्सा है, वहीं इसे लेकर कांग्रेस से निकाले गए संजय झा ने बड़ा खुलासा किया है। संजय झा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में एमसीएमसी अधिनियम को...
नई दिल्लीः केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे कृषि विधेयक के खिलाफ जहां देशभर के किसानों में गुस्सा है, वहीं इसे लेकर कांग्रेस से निकाले गए संजय झा ने बड़ा खुलासा किया है। संजय झा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में एमसीएमसी अधिनियम को समाप्त करने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस एकमत हैं।
संजय झा ने आज ट्वीट कर लिखा, "2019 लोकसभा चुनावों के लिए हमारे कांग्रेस घोषणापत्र में, हमने खुद एपीएमसी अधिनियम को समाप्त करने और कृषि उपज को प्रतिबंधों से मुक्त बनाने का प्रस्ताव दिया था। यह मोदी सरकार ने किसानों के बिल में किया है। इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस एकमत हैं।
इससे पहले एक अन्य ट्वीट में संजय झा ने लिखा, "कृषि बिल मिडिल मैन को खत्म करते हैं, क्या यह भाजपा का मुख्य वोट बैंक नहीं है? इसके अलावा, आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन पहले यूपीए के अपने इरादे के अनुरूप है और इससे बहु-ब्रांड की परिकल्पना में कांग्रेस के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का लाभ मिलेगा। द्विदलीय राजनीति प्लीज!"
संजय झा के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने वालों में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय शामिल थे और उन्होंने आश्चर्यजनक रूप से, कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता की प्रशंसा के रूप में कहा कि वह एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्होंने वास्तव में पार्टी के घोषणा पत्र को पढ़ा है। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, "एकमात्र व्यक्ति, जिसके द्वारा कांग्रेस का घोषणापत्र पढ़ा गया है, उन्हें याद है और अपने नेतृत्व के दोहरेपन पर तालियां बजा रहे हैं, जो विदेश में हैं, जबकि संसद चालू है और किसानों को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं..."