Edited By vasudha,Updated: 03 Aug, 2020 01:57 PM
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई और बिहार पुलिस आमने सामने आ गई है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच का नेतृत्व करने के लिए मुंबई पहुंचे पटना के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को पृथक-वास में भेजने को लेकर सियासत गरमा गई। अब कांग्रेस...
नेशनल डेस्क: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई और बिहार पुलिस आमने सामने आ गई है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच का नेतृत्व करने के लिए मुंबई पहुंचे पटना के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को पृथक-वास में भेजने को लेकर सियासत गरमा गई। अब कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी इसे लेकर मुंबई महानगरपालिका (BMC) पर जमकर हमला बोला।
संजय निरुपम ने ट्वीट कर लिखा कि लगता है बीएमसी और मुंबई पुलिस पगला गए हैं। सुशांत सिंह मामले की जांच करने आए IPS अफसर विनय तिवारी को 15 अगस्त तक क्वारंटाइन कर दिया है तो फिर जांच कैसे होगी? उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि विनय तिवारी को रिलीज कराएं और जांच में मदद करें, वरना मुंबई पुलिस पर शक और बढ़ेगा।
बता दें कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों ने तिवारी के हाथ पर पृथक-वास की मुहर भी लगा दी है जिससे संकेत मिलता है कि वह 15 अगस्त तक पृथक रहेंगे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि तिवारी रविवार को मुंबई पहुंचे थे और बीएमसी अधिकारियों ने देर रात उन्हें 14 दिन के लिए गोरेगांव में राज्य रिजर्व पुलिस बल के अतिथिगृह में पृथक-वास में भेज दिया है। सुशांत सिंह राजपूत (34) बांद्रा के अपने अपार्टमेंट में 14 जून को मृत मिले थे। तिवारी ने रविवार को मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह अपनी टीम का नेतृत्व करने यहां आये हैं और मामले में सभी संभव कोणों से जांच करेंगे।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने सुशांत राजपूत मामले में अब तक करीब 40 लोगों के बयान दर्ज किये हैं जिनमें अभिनेता के परिजन, रसोइया और फिल्म जगत के लोग भी शामिल हैं। बिहार पुलिस पटना में पिछले सप्ताह सुशांत के पिता कृष्णा कुमार सिंह (74) द्वारा दर्ज एक शिकायत के आधार पर ‘आत्महत्या के लिए उकसाने' के मामले में अलग से जांच कर रही है। बिहार पुलिस ने अब तक राजपूत की मौत के मामले में 10 लोगों के बयान दर्ज किये हैं।