Edited By ,Updated: 05 Feb, 2017 07:18 PM
तमिलनाडु के सीएम ओ.पनीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की है। इसके साथ ही AIADMK के विधायकों ने पार्टी की महासचिव शशिकला को विधायक दल का नया नेता चुना है।
चैन्नई: तमिलनाडु के सीएम ओ.पनीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की है। इसके साथ ही AIADMK के विधायकों ने पार्टी की महासचिव शशिकला को विधायक दल का नया नेता चुना है। पनीरसेल्वम के इस्तीफे की पेशकश के साथ ही शशिकला के सीएम बनने का रास्ता साफ हो गया है। खुद पनीरसेल्वम ने सीएम के लिए शशिकला के नाम की पेशकश की। जे. जयललिता के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार की सारे रस्में शशिकला ने ही निभाई थीं। तभी से अटकलें थीं कि शशिकला ही जयललिता की उत्तराधिकारी बनेंगी।
कौन हैं शशिकला
शशिकला से जयललिता की मुलाकात 1980 के दशक में हुई थी, तब वो पार्टी की प्रचार सचिव थीं। शशिकला जयललिता की सबसे करीबी थीं और जयललिता उन पर बेहद विश्वास करती थीं। करीब तीन दशकों तक दोनों के बीच गहरी दोस्ती रही। कुछ लोग शशिकला को जयललिता की परछाई कहा करते थे। 2011 में शशिकला पर जयललिता को धीमा जहर देकर मारने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगा। आरोप था कि शशिकला जयललिता की हत्या के बाद अपने पति नटराजन को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती थीं। इसके बाद जयललिता ने शशिकला को पार्टी से निकाल दिया और उनसे पूरी तरह दूरी बना ली। हालांकि बाद में शशिकला ने उनसे माफी मांग ली।
जयललिता का दिल पिघल गया और उन्होंने शशिकला को माफ कर दिया। इसके बाद से दोनों फिर से साथ थीं। अम्मा के अंतिम दर्शन से लेकर शव वाहन तक और फिर उनके अंतिम संस्कार तक शशिकला ही उनके सबसे नजदीक रही थीं। हालांकि एआईएडीएमके में एक तरफ जहां शशिकला के काफी समर्थक हैं तो दूसरी तरफ उनके विरोधियों की भी कमी नहीं है। जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार ने भी शशिकला को अविश्वसनीय इंसान बताया था।