Edited By Tanuja,Updated: 01 May, 2018 03:02 PM
सऊदी अरब ने जेद्दाह में अमरीका के वाणिज्य दूतावास के पास हुए आत्मघाती बम धमाके के पीछे भारतीय नागरिक का हाथ होने की पुष्टि की है। सऊदी ने डीएनए टेस्ट के आधार पर यह दावा कि है कि 2 साल पहले हुए हमले के पीछे भारतीय नागरिक फैयाज कागजी था जो लश्कर ए...
रियादः सऊदी अरब ने जेद्दाह में अमरीका के वाणिज्य दूतावास के पास हुए आत्मघाती बम धमाके के पीछे भारतीय नागरिक का हाथ होने की पुष्टि की है। सऊदी ने डीएनए टेस्ट के आधार पर यह दावा कि है कि 2 साल पहले हुए हमले के पीछे भारतीय नागरिक फैयाज कागजी था जो लश्कर ए तैयबा का संचालन करता था । सऊदी अरब ने पुष्टि की है कि पिछले साल कागजी का जो डीएनए सैंपल भेजा गया है वह जेद्दाह बम ब्लास्ट करने वाले से मैच कर गया है। महाराष्ट्र के बीड़ का रहने वाला फैयाज कागजी साल 2006 में औरंगाबाद से हथियारों का जखीरा पकड़े जाने के बाद से फरार था। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, वह बांग्लादेश होते हुए पाकिस्तान भाग गया था। जांच एजेंसी का मानना है कि पुणे में 2010 और 2012 में हुए दो बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड और फाइनेंसर कागजी ही था।
गौरतलब है कि जेद्दाह में 4 जुलाई 2016 को ब्लास्ट हुआ था जिसमें 2 सीनियर ऑफिसर घायल हुए थे। उस दिन सऊदी अरब में तीन ब्लास्ट हुए थे. दो अन्य कतीफ में शिया मस्जिद के पास और मदीना में मस्जिद के पास ब्लास्ट हुआ था। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने शल कोर्ट को इस बात की जानकारी दी है कि आंतकी गतिविधियों में शामिल कागजी की मौत हो चुकी है।
पहले भी शक जताया जाता रहा है कि जेद्दाह में अमरीकी दूतावास के सामने खुद को बम से उड़ाने वाला फिदायीन महाराष्ट्र का भगोड़ा फैयाज कागजी था। हालांकि उस समय जेद्दाह के फिदायीन की पहचान पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल्ला गुलजार खान के तौर पर की गई थी। सऊदी अरब ने उस समय फिदायीन की जो तस्वीर जारी की थी उसकी शक्ल फैयाज कागजी से हुबहू मिलती थी। इसलिए एटीएस ने अदालत से एलआर जारी करवा कर केंद्र सरकार को भेजा था ताकि वह सऊदी सरकार से जानकारी मंगवा सके।