Edited By shukdev,Updated: 08 Oct, 2018 07:04 PM
सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू कराने के माकपा नीत एलडीएफ सरकार के ‘जल्दीबाजी में उठाए गए कदम’ के खिलाफ भाजपा नीत राजग पांच दिन की यात्रा का आयोजन करेगी। भाजपा ने सोमवार को यह जानकारी दी। भाजपा...
कोच्चि: सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू कराने के माकपा नीत एलडीएफ सरकार के ‘जल्दीबाजी में उठाए गए कदम’ के खिलाफ भाजपा नीत राजग पांच दिन की यात्रा का आयोजन करेगी। भाजपा ने सोमवार को यह जानकारी दी। भाजपा के राज्य अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लई ने पंडालम से तिरुवनंतपुर के बीच पांच दिवसीय ‘सबरीमला बचाओ यात्रा’ आयोजित करने की घोषणा की।
उन्होंने आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार भगवान अयप्पा के भक्तों के आंदोलन को ‘परास्त’ करने के लिए हिंदुओं को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। पिल्लई ने बताया कि ‘सबरीमला बचाओ यात्रा’ पंडालम से 10 अक्टूबर को शुरू होगी और 15 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम में उसका समापन होगा। पंडालम में भगवान अयप्पा का प्रासाद है।
पार्टी की कोर समिति की बैठक के बाद भाजपा राज्य प्रमुख ने कहा, ‘सरकार हिन्दू आस्था और श्रद्धालुओं की भावनाओं को दबा कर उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करने का प्रयास कर रही है।’ उन्होंने कहा कि राजग की ‘सबरीमला बचाओ यात्रा’ गांधी के सिद्धांतों पर आधारित एक आंदोलन होगी।