Edited By Seema Sharma,Updated: 06 May, 2021 01:04 PM
कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देश में हालात काफी खराब हैं। देश में चार लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। इसी बीच देश में ऑक्सीजन संकट भी लगातार बढ़ता ही जा रही है। दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत सबसे ज्यादा हैं। दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी पर सुनवाई करते...
नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देश में हालात काफी खराब हैं। देश में चार लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। इसी बीच देश में ऑक्सीजन संकट भी लगातार बढ़ता ही जा रही है। दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत सबसे ज्यादा हैं। दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि अगर अभी से तैयारी करेंगे तभी कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर पाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा ज्यादा हो सकता है। ऐसे में बच्चों की वैक्सीनेशन पर भी सरकार ध्यान दे। कोर्ट ने कहा कि अगर बच्चे संक्रमित होंगे तो मां-बाप क्या करेंगे। कोर्ट ने कहा कि तीसरी लहर में मेडिकल स्टॉफ भी थक चुका होगा, तब क्या करेंगे। कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि मां-बाप खुद अस्पताल में रहेंगे या नहीं, बच्चों की देखभाल कैसे और कौन करेगा, इसके लिए हम कितने तैयार हैं।
केंद्र बोला-दिल्ली के पास 400 MT की क्षमता
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली को बीते दिन 700 एमटी ऑक्सीजन दी गई है, उससे पहले भी दिल्ली को 585 एमटी ऑक्सीजन दी गई थी। साथ ही केंद्र ने कहा कि दिल्ली के पास ऑक्सीजन क्षमता 400 MT है। केंद्र ने कहा कि दिल्ली को दूसरे राज्यों की भी ऑक्सीजन दे रहे हैं। केंद्र ने कोर्ट के बताया कि टैंकरों के देरी से पहुंचने से दिल्ली में ऑक्सीजन नहीं दे पाए।