Edited By Yaspal Singh,Updated: 03 Apr, 2018 06:27 PM
सोमवार को दलित संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी एक्ट पर सुनाए गए फैसले के विरोध में भारत बंद का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन ने कई जगह हिंसक रूप ले लिया था, जिस वजह से 13 लोगों की जान चली गई और देशभर में सड़क यातायात से लेकर रेलमार्ग तक...
नेशनल डेस्कः सोमवार को दलित संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी एक्ट पर सुनाए गए फैसले के विरोध में भारत बंद का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन ने कई जगह हिंसक रूप ले लिया था, जिस वजह से 13 लोगों की जान चली गई और देशभर में सड़क यातायात से लेकर रेलमार्ग तक बाधित रहा। भारत बंद में सबसे ज्यादा मौत मध्य प्रदेश में हुई हैं।
विधायक गोपाल परमार ने कराई दुकानें बंद
वहीं मध्यप्रदेश की आगर विधानसभा सीट से विधायक गोपाल परमार अपने इलाके की दुकानें बंद कराते हुए दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि आगर सीट अनुुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, वहीं जब विधायक गोपाल परमार से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यदि वह खुद दुकानें बंद न कराते तो राजनीतिक विरोधी इसका लाभ उठा सकते थे।
आगर में नहीं हुई कोई हिंसा
गोपाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से नाराज एससी/एसटी समुदाय के लोग आगजनी, हिंसा और तोड़फोड़ न करें, इसलिए वे खुद बाजार में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति से आने वाले लोगों की संख्या अधिक है और सभी प्रदर्शनकारी बाजार बंद कराने की कोशिश में लगे थे। उन्होंने बताया कि पूरे मध्य प्रदेश में कुछ भी हुआ हो, लेकिन आगर में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। यहां पर किसा प्रकार की कोई हिंसा या अनहोनी नहीं हुई।