Edited By Jyoti,Updated: 24 Sep, 2019 10:22 AM
नई दिल्ली: नासा के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि शुक्र ग्रह पर 2-3 अरब साल तक पानी रहा होगा।
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नई दिल्ली: नासा के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि शुक्र ग्रह पर 2-3 अरब साल तक पानी रहा होगा। अध्ययन में कहा गया है कि सौर मंडल के सबसे गर्म सदस्य यानि शुक्र में पानी की मौज़ूदगी 70 करोड़ साल पहले तक रही होगी। इसके बाद शुक्र में नाटकीय बदलाव शुरू हो गया। शुक्र की जलवायु के इतिहास बारे यह शोध नया प्रकाश डालता है।
करीब 40 साल पहले नासा के पायोनियर वीनस मिशन ने संकेत दिया था कि पृथ्वी की ‘ट्विस्टेड सिस्टर’ कहलाने वाले इस ग्रह में कभी पानी रहा होगा। नासा के ‘गोडार्ड इंस्टीच्यूट फॉर स्पेस स्टडीज’ के अनुसंधानकर्ताओं ने शुक्र में तरल जल के अनुकूल स्थिर जलवायु की संभावना को देखते हुए 5 अलग-अलग जल स्तर वाले मॉडल बनाए। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि शुक्र में करीब 3 अरब साल तक अधिकतम लगभग 50 और न्यूनतम 20 डिग्री सैल्सियस तापमान के बीच स्थिरता बनाए रखने की क्षमता थी। सौर मंडल में शुक्र सूर्य से दूसरा सबसे नजदीक का ग्रह है।
यह सौर मंडल का सबसे गर्म ग्रह है। इसका आकार पृथ्वी से जरा छोटा है लेकिन इसका भार पृथ्वी के भार से समानता रखता है। शुक्र एकमात्र ग्रह है जो सूर्य का उल्टा चक्कर लगता है जबकि सौर मंडल के सभी ग्रह घड़ी की सुइयों के घूमने की दिशा में सूर्य के आसपास घूमते हैं।