Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Jun, 2020 12:03 PM
भारत में इस समय कोरोना का कहर जारी है और अब तक लाखों लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। देश में कोरोना का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में दर्ज किया गया था लेकिन कुछ वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत में कोरोना नवंबर 2019 से ही फैल रहा था। वैज्ञानिकों का...
नेशनल डेस्कः भारत में इस समय कोरोना का कहर जारी है और अब तक लाखों लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। देश में कोरोना का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में दर्ज किया गया था लेकिन कुछ वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत में कोरोना नवंबर 2019 से ही फैल रहा था। वैज्ञानिकों का कहना है कि चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस नवंबर में ही भारत में दाखिल हो गया था। वैज्ञानिक भाषा में कहा जाए तो कोरोना वायरस के इंडियन स्ट्रेन का MRCA (मोस्ट रिसेंट कॉमन एन्सेस्टर) नवंबर 2019 से ही फैल रहा था।
देश के प्रमुख अनुसंधान संस्थानों के टॉप वैज्ञानिकों का अनुमान है कि वुहान से निकला कोरोना वायरस का पूर्वज वायरस 11 दिसंबर, 2019 तक फैल रहा था। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि तेलंगाना और अन्य राज्यों में फैल रहे वायरस की उत्पत्ति 26 नवंबर और 25 दिसंबर के बीच हुई थी इसकी औसत तारीख 11 दिसंबर है।
टेस्ट के अभाव में नहीं चल सका पता
वहीं वैज्ञानिकों के दावे के बाद सवाल है कि क्या भारत में 30 जनवरी से पहले ही चीन से आने वाले यात्रियों के जरिए कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी। यह बात अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है क्योंकि उस वक्त देश में बड़े पैमाने पर कोविड-19 के टेस्ट नहीं हो रहे थे क्योंकि इसको लेकर
तब कोई सतर्कता नहीं थी।
भारत में अलग तरह का कोरोना वायरस
हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेलुलर ऐंड मॉलिक्यूलर बायॉलजी (CCMB) ने न सिर्फ कोरोना वायरस की उम्र का अनुमान लगाया है बल्कि एक नए स्ट्रेन या क्लेड (यानि वायरस की नई जाति) की भी खोज की है जो मौजूदा स्ट्रेन से अलग है। वैज्ञानिकों ने भारत के कोरोना के नए स्ट्रेन को क्लेड I/A3i नाम दिया है। सीसीएमबी के निदेशक डॉ राकेश के मिश्रा ने कहा कि केरल से जो कोरोना का पहला मामला सामने आया था वो वुहान से जुड़ा था। लेकिन हैदराबाद में शोधकर्ताओं द्वारा खोजा गया (क्लेड I/A3i) चीन में उत्पन्न नहीं हुआ, बल्कि ये दक्षिण-पूर्व एशिया में कहीं सामने आया। उन्होंने कहा कि अभी तक इस नए क्लेड की उत्पत्ति का सटीक देश कौन-सा है इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि क्लेड I/A3i 17 जनवरी और 25 फरवरी के बीच देश में फैल रहा था और इसकी औसत तारीख 8 फरवरी रही। नया स्ट्रेन तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और दिल्ली में बड़े पैमाने पर फैल रहा है। बिहार, कर्नाटक, यूपी, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश में भी नया स्ट्रेन धीरे-धीरे पैर फैला रहा है।