Edited By shukdev,Updated: 04 Mar, 2020 07:34 PM
केंद्र सरकार ने बुधवार को ‘स्वच्छ भारत मिशन'' (ग्रामीण) के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इसके लिए 1,40,881 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य है और इसका उद्देश्य प्रत्येक पंचायत में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के प्रभावी रूप को सुनिश्चित करना है। केंद्रीय जल...
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को ‘स्वच्छ भारत मिशन' (ग्रामीण) के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इसके लिए 1,40,881 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य है और इसका उद्देश्य प्रत्येक पंचायत में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के प्रभावी रूप को सुनिश्चित करना है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि एसबीएम (जी) के दूसरे चरण का लक्ष्य शौचालय पहुंच और उपयोग के मामले में पिछले पांच वर्षों में कार्यक्रम के तहत हासिल किए गए लाभ को बनाए रखने पर होगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसमें कोई भी न छूटे।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 2020-21 से 2024-25 तक मिशन मोड में लागू होगा और इसके लिए कुल खर्चा 1,40,881 करोड़ रुपए तय किया गया है। इससे पहले, 19 फरवरी, 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एसबीएम के दूसरे चरण को मंजूरी दी थी, जो ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन की चुनौती से प्रभावी रूप से निपटने में ग्रामीण भारत की मदद करेगा और देश में ग्रामीणों के स्वास्थ्य में पर्याप्त सुधार में मदद करेगा।