Edited By Pardeep,Updated: 21 Feb, 2019 05:41 AM
पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकार ऐक्शन में आ गई है। केंद्र सरकार ने अब 18 हुर्रियत नेताओं समेत 155 नेताअों की सुरक्षा वापस ली है। इनमें यासिन मलिक समेत गिलानी की सुरक्षा भी शामिल है। इससे पहले 6 अलगाववादी नेताओं की...
नेशनल डेस्कः पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए 18 अलगाववादियों समेत 155 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। हुरियत कॉन्फ्रेंस के कई नेताओं की सुरक्षा हटाई गई या कम की गई है।
गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षा हटाए जाने या कम करने को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी गई है। जिन नेताअों की सुरक्षा वापस ले ली गई है उनमें एसएएस गिलानी, आगा सैयद मोसवी, मौलवी अब्बास अंसारी, यासीन मलिक, सलीम गिलानी, शाहिद उल इस्लाम, जफर अकबर भट, नईम अहमद खान, मुख्तार अहमद वाजा, शामिल हैं।
इसके अलावा 155 राजनीतिक व्यक्तियों और कार्यकर्ताओं की भी सुरक्षा में बदलाव किया गया है। इन्हें उनके खतरे के आकलन और उनकी गतिविधियों के आधार पर सुरक्षा दी गई थी। इसमें शाह फैसल शामिल हैं, जिन्होंने IAS से इस्तीफा देकर नेशनल कॉन्फ्रेंस ज्वॉइन किया था। गृह मंत्रालय के मुताबिक, इन हुर्रियत नेताओं और राजनीतिक व्यक्तियों की सुरक्षा में 1000 से अधिक पुलिसकर्मी और 100 से अधिक सरकारी गाड़ियां लगी हुई थी।