देश में कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की शुरुआत से चार दिन पहले ‘कोविशील्ड'' टीकों की पहली खेप मंगलवार सुबह पुणे से दिल्ली पहुंच गई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मालिक और सीईओ अदार पूनावाला ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि आज हमारे लिए बहुत खुशी का दिन है। इसके साथ ही उन्होंने वै
नेशनल डेस्क: देश में कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की शुरुआत से चार दिन पहले ‘कोविशील्ड' टीकों की पहली खेप मंगलवार सुबह पुणे से दिल्ली पहुंच गई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मालिक और सीईओ अदार पूनावाला ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि आज हमारे लिए बहुत खुशी का दिन है। इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीन की कीमत को लेकर भी ऐलान कर दिया है।

पूनावाला ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि हमने सिर्फ भारत सरकार के लिए उनकी गुज़ारिश पर पहली 10 करोड़ डोज़ के लिए 200 रुपये कीमत तय की है क्योंकि हम आम आदमी, कमजोर, गरीब, स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों का समर्थन करना चाहते हैं। इसके बाद हम इसे प्राइवेट मार्कीट में 1000 रुपये की बेचेंगे। उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया है कि वैक्सीन से कोई लाभ नहीं लेंगे। हम पहले 10 करोड़ डोज़ के साथ देश और भारत सरकार का सपोर्ट करना चाहते हैं।

बता दें कि ‘स्पाइजेट' का विमान टीकों के साथ सुबह करीब 10 बजे दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचा था। इससे पहले तीन ट्रकों में इन टीकों को तड़के पांच बजे से कुछ समय पहले ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया' (एसआईआई) से पुणे हवाईअड्डे के लिए रवाना किया गया था। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि चार विमानन कम्पनियां पुणे से देश के 13 शहरों में कोविड-19 टीकों की 56.5 लाख खुराक ले जाने के लिए मंगलवार को नौ उड़ानें संचालित करेंगी। पुणे से ‘स्पाइजेट' के विमान के दिल्ली और ‘गोएयर' के विमान के टीके लेकर चेन्नई के लिए सुबह रवाना होने के साथ ही इस अभियान की शुरुआत हुई।

‘ऑक्सफर्ड‘ विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडिश कम्पनी ‘एस्ट्राजेनेका' ने ‘कोविशील्ड' टीके को विकसित किया है और एसआईआई इसका निर्माण कर रहा है। केन्द्र सरकार ने देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सोमवार को ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया' (एसआईआई) और ‘भारत बायोटेक' को कोविड-19 टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक के लिए ऑर्डर दिया था। इस ऑर्डर की कुल कीमत करीब 1,300 करोड़ रुपये होगी।
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