Edited By Anil dev,Updated: 23 Jan, 2020 02:28 PM
शिर्डी के साईं बाबा के जन्म स्थल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि अब जन्मभूमि पथरी संस्था अब साईं जन्मभूमि विवाद को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। इससे पहले साईं बाबा के जन्म स्थल विवाद के कारण 19 जनवरी से साईं...
नई दिल्ली: शिर्डी के साईं बाबा के जन्म स्थल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि अब जन्मभूमि पथरी संस्था अब साईं जन्मभूमि विवाद को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। इससे पहले साईं बाबा के जन्म स्थल विवाद के कारण 19 जनवरी से साईं मंदिर के अनिश्चित काल तक बंद रहने की खबर आई थी।
इस बारे में शिरडी में साईं मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक मुगलीकर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मीडिया में कुछ खबरे है कि शिरडी में साईं मंदिर 19 जनवरी को बंद रहेगा। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह सिर्फ एक अफवाह है। मंदिर 19 जनवरी को खुला रहेगा।
अहमदनगर जिले में शिरडी ही 19वीं सदी के संत साईं बाबा का निवास स्थान था। श्रद्धालुओं का एक बड़ा हिस्सा परभणी जिले में पाथरी को साईं बाबा का जन्मस्थान मानता है। परभणी जिले का पाथरी शिरडी से करीब 275 किमी दूर स्थित है। उद्धव ठाकरे ने इसे साईं की जन्मभूमि बताया। इसके विकास के लिए 100 करोड़ रुपये का ऐलान कर दिया। साईं बाबा के जन्म स्थान को लेकर विवाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की घोषणा के बाद पैदा हुआ है। राकांपा नेता दुर्रानी अब्दुल्ला खान ने दावा किया है कि पाथरी को साईं बाबा का जन्मस्थान साबित करने के लिए पर्याप्त सुबूत हैं। उन्होंने कहा, जहां शिरडी साईं बाबा की कर्मभूमि है, वहीं पाथरी जन्मभूमि है। दोनों जगहों का अपना महत्व है।