Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Feb, 2019 08:26 AM
एन.डी.ए. की अहम सहयोगी शिवसेना भाजपा के गले की फांस बन चुकी है। इस बार पश्चिम बंगाल में केंद्र और राज्य सरकार के बीच जारी लड़ाई को लेकर शिवसेना ने सी.बी.आई. को ढाल बनाकर मोदी पर करारा हमला बोला है।
मुबंई: एन.डी.ए. की अहम सहयोगी शिवसेना भाजपा के गले की फांस बन चुकी है। इस बार पश्चिम बंगाल में केंद्र और राज्य सरकार के बीच जारी लड़ाई को लेकर शिवसेना ने सी.बी.आई. को ढाल बनाकर मोदी पर करारा हमला बोला है। अपने मुखपत्र सामना के जरिए शिवसेना ने सी.बी.आई. पर सवाल उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की धरती पर जो राजनीतिक लड़ाई चल रही है, वह अराजकता की नई ङ्क्षचगारी है। यह लड़ाई केंद्र बनाम राज्य नहीं बल्कि ममता बनाम मोदी है। सामना में कहा गया है कि शारदा चिट फंड घोटाले के आरोपियों को छोड़ा नहीं जा सकता लेकिन पिछले 4 सालों में देश में घटित ‘चीट इंडिया’ मामले की ओर सी.बी.आई. का अधमरा तोता किस नजर से देख रहा है।
शेरनी की तरह लड़ीं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल सरकार और सी.बी.आई. के बीच जारी घमासान पर शिवसेना ने ममता बनर्जी की तारीफ की है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि ममता से राजनीतिक तौर पर उनकी विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि वह एक शेरनी की तरह लड़ी हैं। सामना में कहा गया है कि भाजपा की हालत खराब है और आगामी आम चुनाव में वह 100 सीटों पर सिमट जाएगी।
सी.बी.आई. को बताया अधमरा तोता
सी.बी.आई. को अधमरा तोता करार देते हुए शिवसेना ने कहा कि पिछले कई सालों से सी.बी.आई. नाम का तोता अधमरी अवस्था में पड़ा है। सरकार या सत्ताधारी दल को जब चाहिए तब उस पक्षी को गरुड़ की झालर लगाकर विरोधियों पर छोड़ दिया जाता है।
कई संस्थानों ने गंवाई प्रतिष्ठा
इस दौरान शिवसेना ने कई संस्थाओं पर हमला बोला और कहा कि रिजर्व बैंक, नीति आयोग और एस.बी.आई. जैसी संस्थाओं ने पिछले कुछ सालों में अपनी प्रतिष्ठा गंवाई है। इन संस्थाओं की दशा दिल्ली के सत्ताधीशों की कलाई पर बैठे तोतों जैसी हो गई है।
पहले भी सरकार को घेर चुकी है शिवसेना
इससे पहले भी शिवसेना मुखपत्र के जरिए अयोध्या में राम मंदिर मामले, 3 राज्यों में भाजपा की हार व नोटबंदी तथा जी.एस.टी. पर मोदी सरकार पर हमला बोल चुकी है।