Edited By Anil dev,Updated: 16 Nov, 2019 12:29 PM
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बावजूद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में के जरिए भाजपा पर पर हमला बोला है। सामना के संपादकीय लेख राष्ट्रपति शासन की आड़ में घोड़ाबाजार की शीर्षक के साथ लिखा गया है। इसमें शिवसेना ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए...
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बावजूद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में के जरिए भाजपा पर पर हमला बोला है। सामना के संपादकीय लेख राष्ट्रपति शासन की आड़ में घोड़ाबाजार की शीर्षक के साथ लिखा गया है। इसमें शिवसेना ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में नए समीकरण से कई लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। छह महीने सरकार न टिकने का श्राप दिए जा रहे हैं। यह सब कुछ अपनी कमजोरी छुपाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
सामना में लिखा गया है कि भाजपा किस मुंह से कह रही है कि राज्य में सरकार बनाएगी। खुद को महाराष्ट्र का मालिक समझने की मानसिकता से बाहर आएं। उन्होंने कहा कि सत्ता या सीएम पद के साथ कोई जन्म नहीं होता है।
आपको बतां दे कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर बातचीत जारी है। रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि सीएम पद पांच साल के लिए शिवसेना को देने के साथ ही कांग्रेस-राकांपा दोनों दलों को एक-एक उपमुख्यमंत्री का पद देने की बात चल रही है।